Shivraj Singh - एमपी में इस बार मानसून जबर्दस्त बरसा। अतिवृष्टि के कारण कई जिलों में सोयाबीन की फसल खराब हो गई।
Shivraj Singh - एमपी में इस बार मानसून जबर्दस्त बरसा। अतिवृष्टि के कारण कई जिलों में सोयाबीन की फसल खराब हो गई। रही सही कसर पीला मोजिक रोग ने पूरी कर दी। प्रदेश के 12 जिलों में सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई। लाखों सोयाबीन उत्पादक किसानों को करोड़ों का नुकसान हुआ। हालांकि इसकी भरपाई के लिए राज्य सरकार करीब 9 लाख किसानों को मुआवजा दे रही है लेकिन अभी भी कई किसान राहत राशि से वंचित हैं। ऐसे किसानों के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि राहत राशि से एक भी किसान वंचित न रहे, इसके लिए री-सर्वे यानि दोबारा सर्वे के निर्देश जारी किए गए हैं।
कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि रबी की फसल के लिए किसानों को सुविधापूर्वक खाद उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाकर कार्ययोजना बनाई है।
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केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बैठक में NPK, DAP और यूरिया आदि की उपलब्धता की भी समीक्षा की। खाद की आवश्यकता और उपलब्धता का आकलन और उसके वितरण संबंधी व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों क साथ रणनीति बनाई गई है।
कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए भी अहम घोषणा की। उन्होंने कहा है कि अतिवृष्टि और येलो माॅजिक के कारण कई जगह सोयाबीन की फसल खराब हुई थी। कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बताया कि इसकी राहत राशि के संबंध में री-सर्वे यानि दोबारा सर्वे के निर्देश दिए हैं। जिस किसी किसान का नुकसान हुआ है उसे राहत राशि से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।