बीकानेर जिले में बारिश के बाद मच्छरों की बढ़ती संख्या से मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया फैलने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पीड़ित घरों में हर्बल अगरबत्ती वितरित कर मच्छर मारने का प्रयोग शुरू किया है। कर्मचारी आपसी सहयोग से खरीदकर घरों में पहुंचा रहे हैं। पढ़ें बृजमोहन आचार्य की रिपोर्ट...
बीकानेर: बरसात में मच्छर बढ़ने से मौसमी बीमारियां मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसे रोग फैलने लगे हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग एंटी-लार्वा गतिविधियों से लेकर जागरुकता अभियानों तक कई प्रयास कर रहा है।
इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने एक नया प्रयोग किया है। पीड़ित घरों में मच्छर मारने वाली हर्बल अगरबत्ती वितरित की जा रही है। दावा है कि इसे जलाने से होने वाला धुआं मच्छरों को तुरंत मार देता है और मानव शरीर पर इसका विपरीत प्रभाव भी नहीं पड़ता है।
इसके लिए अलग से कोई बजट नहीं मिला है। विभागीय कार्मिक आपसी सहयोग से अगरबत्ती खरीदकर मरीजों के घर पहुंचा रहे हैं। स्वास्थ्य कार्यकर्ता पीड़ित परिवारों को नसीहत दे रहे हैं कि अगरबत्ती जलाकर कुछ देर के लिए कमरा बंद रखें। इससे धुएं से मच्छरों का खात्मा होता है।
वहीं, विभाग का कहना है कि पिछली बार भी इन पैकेटों को जहां-जहां बांटा था और वहां से दोबारा शिकायत नहीं आई। दावा है कि धुआं मच्छरों को दूर रखता है। संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाता है। गत वर्ष भी वितरित की गई थी। कोई शिकायत अब तक नहीं मिली।
आपसी सहयोग से अगरबत्तियां खरीदी जा रही हैं। दो-तीन मिनट तक अगरबत्ती जलाने से मच्छर मर जाते हैं। चूंकि यह हर्बल बेस्ड है, लिहाजा इससे मानव शरीर पर विपरीत प्रभाव भी न के बराबर पड़ता है।
-डॉ. पुखराज साध, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी