Bilaspur News: उत्तरप्रदेश में केमिकल से चमकाया गया और कैंसर फैलाने वाला सिंथेटिक डाई वाला भुना चना मिलने के बाद जिले के खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग सक्रिय हो गया है।
CG News: उत्तरप्रदेश में केमिकल से चमकाया गया और कैंसर फैलाने वाला सिंथेटिक डाई वाला भुना चना मिलने के बाद जिले के खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग सक्रिय हो गया है। विभागीय अधिकारियों ने शुक्रवार को सिरगिट्टी क्षेत्र में संचालित तीन भुना चना निर्माता फर्मों पर छापेमार कार्रवाई कर संदेह के आधार पर एक लाख से अधिक मूल्य का 1350 किलोग्राम भुना चना जब्त किया है।
जब्त सामग्री की गुणवत्ता जांच के लिए नमूने लेकर राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, रायपुर भेजा गया है। तीनों फर्मों को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत नोटिस जारी कर खाद्य सुरक्षा मानकों में आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं।
वॉटर टेस्ट : एक गिलास साफ पानी लें, उसमें मु_ीभर भुना चना डालें और हल्का सा हिलाएं. अगर पानी साफ रहे तो चना ठीक है. लेकिन अगर पानी पीला या दूधिया हो जाए, तो केमिकल मिला हो सकता है।
रब टेस्ट : कुछ चने लेकर सफेद कपड़े या टिशू पर जोर से रगड़ें, अगर कोई रंग न आए तो चने खाने के लिए सुरक्षित हैं, लेकिन अगर कपड़े पर पीले/लाल निशान आएं तो इसमें सिंथेटिक रंग मिला है।
खुशबू टेस्ट: चने को हल्का सा धोकर फिर उन्हें सूंघें, अगर हल्की, मिट्टी जैसी खुशबू आए तो चना असली है, लेकिन केमिकल या साबुन जैसी गंध आए तो नकली है।
टिशू क्रश टेस्ट: चना टिशू पेपर पर रखकर उंगलियों से दबाएं. अगर रंग न छूटे तो चने ठीक हैं, लेकिन अगर पीला या लाल दाग पड़े तो सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
गर्म करने का टेस्ट: सूखे तवे पर बिना तेल चना हल्का गरम करें, अगर नॉर्मल भुनी खुशबू आए तो चने खाने के लिए सुरक्षित हैं, लेकिन अगर तीखी या जलन वाली गंध आए तो इनमें केमिकल मौजूद है।