Leena Chandavarkar: बॉलीवुड वो जगह है जहां जो सफल हो जाते हैं उनके किस्से-कहानियां लोगों के लिए मिसाल बन जाते हैं। ऐसी ही एक अभिनेत्री हैं लीना चचंदावरकर जिनकी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आये। 25 साल की उम्र में हो गईं थी विधवा, एक ही शख्स से की थी दो बार शादी।
Leena Chandavarkar: बॉलीवुड वो जगह है जहां हर दिन बहुत से लोग अपनी किस्मत आजमाने आते हैं। कोई सफल हो जाता है और कोई अपने सपनों के पीछे भागते-भागते थक कर लौट जाता है। जो सफल हो जाते हैं उनके किस्से कहानियों लोगों के लिए मिसाल बन जाते हैं। उनकी जिंदगी से कई कहानियों जुड़ जाती हैं। ऐसी ही एक अभिनेत्री हैं जिनकी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आये। इस अभिनेत्री का नाम है लीना चंदावरकर।
आपने वो एवरग्रीन गाना तो सुना ही होगा,
ढल गया दिन हो गई शाम…
जाने दो जाना है…
जितेंद्र और लीना चंदावरकर पर फिल्माए गए इस गाने में दोनों की केमेस्ट्री देखते ही बनती है। आज के दौर में भी ये गीत वही ताजगी और खुशबू समेटे हुए है जो उस दौर में थी। ये गाना फिल्म हमजोली का है। और आज हम बात करने जा रहे हैं लीना चंद्रावरकर की।
लीना चंदावरकर का जन्म 1950 को कर्नाटक में एक कोंकणी मराठी परिवार में हुआ। लीना के पिता आर्मी ऑफिसर थे। लीना को बचपन से ही अभिनय में रुचि थी और वो स्कूल के हर नाटक में भाग लेती थीं। बचपन से ही वो काफी सुन्दर थीं और बड़े होते होते उनकी रूचि मॉडलिंग की तरफ ले गई और उन्होंने एक ब्यूटी कॉन्टेस्ट में पार्ट लिया। और वहीं से उनकी खूबसूरती ने फिल्म इंडस्ट्री का ध्यान उनकी और आकर्षित किया। इसके बाद उन्होंने कई विज्ञापनों में काम किया और उनको फिल्मों के ऑफर भी मिलने लगे।
लीना चंदावरकर ने एक बार फिल्म 'मसीहा' के लिए ऑडिशन दिया था, और उसमें वो सेलेक्ट भी हो गई थीं लेकिन वो फिल्म बनी नहीं। फिर उस दौर के जाने माने एक्टर-डायरेक्टर सुनील दत्त ने उनको 'मन का मीत' में 'विनोद खन्ना की हीरोइन के लिए साइन किया। इस फिल्म ने लीना को खास पहचान दिलाई। लीना ने 70 से 80 के दशक में लगभग हर एक्टर के साथ काम किया। उनकी कुछ प्रमुख फिल्मों में 'हमजोली', 'हनीमून', 'महबूब की मेहंदी', 'मनचली', 'दिल का राजा', 'एक महल हो सपनों का', 'बिदाई', 'प्रीतम', 'बैराग', 'कैद', और 'यारों का यार' के नाम हैं, जिनको उन्होंने अपने अभिनय से यादगार बना दिया। फिल्मों में उनकी जोड़ी राजेश खन्ना, संजीव कुमार, जीतेन्द्र और धर्मेंद्र के सुपरहिट रही और दर्शकों ने भी इन जोड़ियों को बहुत प्यार दिया।
करियर के पीक पॉइंट पर लीना चंदावरकर ने 1984 में सिद्धार्थ बांदोडकर से शादी की। मगर किस्मत को ये मंजूर नहीं था क्योंकि शादी के कुछ इन बाद बन्दूक साफ करते हुए उनके पति को गोली लग गई। कई दिनों तक इलाज के बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका और लीना 25 साल की उम्र में विधवा हो गईं।
मगर एक बार फिर उनकी जिंदगी में मोड़ आया। एक बार फिर उन्होंने फिल्मों की ओर रुख किया। डीआईडी लिटिल मास्टर (DID Little Master) के सेट पर लीना ने बताया कि कैसे उनकी मुलाकात किशोर कुमार से हुई और बात शादी तक कैसे पहुंची। लीना चंदावरकर ने बताया, ''मैं किशोर कुमार से सबसे पहली बार उनकी एक अधूरी फिल्म 'प्यार अजनबी है' के सेट पर ही मिली थी, और उसी दौरान संजीव कपूर ने मुझे आगाह भी किया था कि मुझे किशोर कुमार को राखी बांध देनी चाहिए, नहीं तो वो मुझसे शादी कर लेंगे। मगर उस समय मुझे नहीं पता था कि वो जो कह रहे हैं वो एक दिन सच हो जाएगा।''
इसके आगे उन्होंने कहा था, ''जब मैं पहली बार किशोर कुमार से मिली, तो उन्होंने जो सबसे पहली चीज कही थी वो थी कि अगर मैं लाइफ में सेटल होना चाहती हूं तो वह प्रपोजल के साथ तैयार हैं। पहले तो मुझे समझ ही नहीं आया कि वह क्या कह रहे हैं, लेकिन जब उन्होंने बाद में बताया कि वह मुझसे शादी करना चाहते हैं, तो मैं एकदम शॉक्ड हो गई और मैंने तुरंत ही उनका प्रपोजल रिजेक्ट कर दिया।''
इसके साथ ही लीना ने कहा, ''वहीं कुछ हफ्तों बाद किसी बात पर मेरी पापा से बहस हो गई थी और उन्होंने मुझे मुसीबत कह दिया था। उस वक्त मुझे बहुत दुःख हुआ और गुस्सा भी आया कि मैंने घर छोड़ने का फैसला कर लिया और किसी से शादी करके सेटल होने का मन बना लिया था। मुझे अभी भी याद है कि मैं मुंबई के कार्टर रोड जा रही थी और उसी वक्त किशोर जी को फोन किया था। और मैंने उनसे पूछा था कि अगर उनका प्रपोजल अभी भी है तो मैं हां करती हूं। मैं शादी करने के लिए तैयार थी और इस तरह हमने शादी कर ली।''
आपको बता दें कि जब लीना की फैमिली को पता चला कि उन्होंने अपने ने 20 साल बड़े आदमी के शादी की है तो काफी विरोध हुआ। मगर किशोर कुमार ने किसी तरह से सबको मना लिया और एक बार फिर पूरे रीति-रिवाजों के साथ दोनों की शादी हुई। इस तरह से लीना और किशोर कुमार की शादी दो बार हुई, पहले कोर्ट मैरिज और फिर हिंदू रीति-रिवाज से फेरे लिए गए।