मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना के बाद अब केंद्र सरकार की योजना की शुरुआत हो गई है। योजना के तहत पहला केंद्र बुरहानपुर जिले में शुरू किया गया है, पहले बैच में 24 महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल रहा है, जानें क्या है ये योजना और कैसे महिलाओं के खाते में आएंगे 3 लाख रुपए...
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में प्रदेश का पहला प्रशिक्षण केंद्र बुरहानपुर में शुरू हो गया। पहली बैच में 24 महिलाएं सहित 31 हितग्राहियों का चयन कर उन्हें केले के रेशे से होम डेकोरेशन सामान बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्वयं के रोजगार के लिए प्रमाण पत्र देकर योजना में बैंकों से ऋण दिलाया जाएगा।
मोहम्मदपुरा स्थित स्टार स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र पर विश्वकर्मा योजना को भी शामिल किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अलग-अलग प्रशिक्षण दे रहे हैं। शासन की एक जिला, एक उत्पाद योजना में केले फसल शामिल होने पर केले के रेशे से चटाई, झाडू, टोकरी, फाइल कवर सहित रस्सियों होम डेकोरेट करने सामान बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सबसे अधिक 27 महिलाएं हितग्राहियों को शामिल किया गया।
प्रशिक्षण केंद्र की क्षमा दास ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद परीक्षा होगी। सभी को केंद्र से प्रमाण पत्र दिया जाएगा। पहले चरण मेें केले के रेशे से वस्तुएं बनाने की कला में सिखाई जा रही है। लाभार्थियों को टूल किट भी दी जाएगी। विश्वकर्मा योजना में महिला, युवाओं को कौशल उन्नत रोजगार देने के साथ 3 लाख का लोन दिया जाएगा।
यह लोन केवल 5 फीसदी ब्याज की दर से मुहैया कराया जाएगा। लोन की राशि लाभार्थी को दो किस्तों में दी जाएगी। पहले चरण में एक लाख का लोन दिया जाएगा बाद में उद्योग के विस्तार के लिए दूसरे चरण में 2 लाख का लोन सरकार द्वारा दी जाएगी।
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