कारोबार

Jio Coin: मुकेश अंबानी की Cryptocurrency ने डिजिटल दुनिया में मचाई धूम, ब्राउज़िंग पर मिल रहे रिवॉर्ड टोकन

Jio Coin: भारत की सबसे बड़ी डिजिटल सेवा कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स, जो मुकेश अंबानी द्वारा संचालित है, ने हाल ही में अपनी नई क्रिप्टोकरेंसी "जियो कॉइन" को लॉन्च किया है। आइए जानते है पूरी खबर।

3 min read
Jan 18, 2025

Jio Coin: भारत की सबसे बड़ी डिजिटल सेवा कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स, जो मुकेश अंबानी द्वारा संचालित है, ने हाल ही में अपनी नई क्रिप्टोकरेंसी "जियो कॉइन" को लॉन्च किया है। यह क्रिप्टोकरेंसी पोलिगॉन ब्लॉकचेन नेटवर्क पर आधारित है और इसका उद्देश्य जियो के यूज़र्स को एक नई प्रकार के रिवॉर्ड टोकन के रूप में आकर्षित करना है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक इस टोकन के कार्यक्षमता के बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं दी है, फिर भी यह लॉन्च डिजिटल दुनिया में बड़ी चर्चाओं का कारण बन गया है।

जियो कॉइन क्या है? (Jio Coin)

जियो कॉइन को मुख्य रूप से जियोस्फीयर के माध्यम से इंटरनेट ब्राउज़िंग करने वाले यूज़र्स के लिए रिवॉर्ड के रूप में डिज़ाइन किया गया है। यूज़र्स को इंटरनेट ब्राउज़ करने पर जियो कॉइन (Jio Coin) मिल रहे हैं, लेकिन वर्तमान में यह टोकन ट्रांसफरेबल या रिडीमेबल नहीं है। यानी, यूज़र्स इसे किसी और को ट्रांसफर नहीं कर सकते या इसे बाजार में बेच नहीं सकते। इसके बावजूद, यह टोकन भविष्य में जियो (Jio Coin) के व्यापक इकोसिस्टम के साथ एकीकृत होने के बाद अधिक महत्वपूर्ण हो सकता है। इसके लॉन्च के पीछे जियो की पोलिगॉन लैब्स के साथ साझेदारी को देखा जा सकता है, जो ब्लॉकचेन और Web3 तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है।

जियो कॉइन का उपयोग और संभावनाएँ

जियो कॉइन (Jio Coin) के उपयोग को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों के अनुसार, जियो कॉइन का उपयोग मोबाइल रिचार्ज, रिलायंस पेट्रोल पंपों पर पेमेंट करने या जियो के अन्य उत्पादों और सेवाओं के लिए किया जा सकता है। हालांकि, यह टोकन वर्तमान में सीमित उपयोग के लिए उपलब्ध है, लेकिन भविष्य में जियो इसके उपयोग को और बढ़ा सकता है। जियो का इकोसिस्टम इतना बड़ा है कि यह टोकन बड़े पैमाने पर उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर सकता है।

नियमितीकरण और भारतीय बाजार पर असर

भारत में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में नियम काफी सख्त हैं। सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30% टैक्स लगाने के साथ-साथ 1% TDS (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) भी लागू किया है। ऐसे में जियो कॉइन (Jio Coin) के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है, क्योंकि इसका मूल्य अभी तक स्पष्ट नहीं है और इसे जियो के बड़े इकोसिस्टम के भीतर कैसे और कहाँ उपयोग किया जाएगा, यह भी एक बड़ा सवाल है।

जियो प्लेटफॉर्म्स भारत के डिजिटल क्षेत्र में अहम

हालांकि, जियो प्लेटफॉर्म्स की भूमिका भारत के डिजिटल क्षेत्र में अहम है। 450 मिलियन से अधिक यूज़र्स की संख्या के साथ जियो ने भारतीय डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को बदलने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस क्रिप्टोकरेंसी के लॉन्च से जियो की डिजिटल सेवाओं का विस्तार और भी तेज़ हो सकता है।

मुद्रा बाजार और भविष्य की दिशा

जियो कॉइन (Jio Coin) की लॉन्चिंग क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारत की स्थिति पर एक बड़ा प्रभाव डाल सकती है। अगर यह टोकन जियो के इकोसिस्टम में अच्छी तरह से एकीकृत होता है, तो यह एक नई डिजिटल अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन सकता है। इसके बावजूद, अभी के लिए यह कहना मुश्किल है कि जियो कॉइन का मूल्य कितना स्थिर रहेगा और इसके बाद क्या इसे अन्य डिजिटल सेवाओं के साथ जोड़ा जाएगा।

जियो का भारतीय बाजार में पकड़

मुकेश अंबानी की जियो (Jio Coin) ने पहले ही भारतीय बाजार में अपनी पकड़ बना ली है, और अब इस क्रिप्टोकरेंसी के साथ यह और भी मजबूत हो सकता है। इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी की स्थिति भारत में हमेशा विवादास्पद रही है, इसलिए जियो कॉइन के भविष्य को लेकर असमंजस बना हुआ है।

Also Read
View All

अगली खबर