Property Tips: कई बार लोग जल्दबाजी में ब्रोकर के बहलाने-फुसलाने में आकर प्रॉपर्टी खरीद लेते हैं। वे सौदा करने से पहले पूरे डॉक्यूमेंट्स भी नहीं देखते। इससे बाद में काफी परेशानी हो सकती है।
Property Tips: पिछले 4-5 वर्षों में छोटे शहरों से लेकर मेट्रो तक, फ्लैट, प्लॉट और घरों की कीमतें 2 से 3 गुना तक बढ़ चुकी हैं। अब प्रॉपर्टी इतनी महंगी हो गई है कि आम आदमी के लिए खरीदना मुश्किल हो गया है। जिनके लिए घर लेना जरूरी है, वे होम लोन लेते हैं और 20-30 साल तक भारी EMI चुकाने के बोझ तले दब जाते हैं।
-ज्यादातर खरीदार सिर्फ 2-3 ब्रोकर्स से प्रॉपर्टी देखते हैं और मोलभाव कर सबसे सस्ता सौदा कर लेते हैं।
-कई बार कागजात की पूरी जांच भी नहीं की जाती।
-सिर्फ डिस्काउंट देखकर खरीदना सबसे बड़ी गलती है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि खरीदारी से पहले खुद रिसर्च करना जरूरी है। जैसे आने वाले 3–5 साल में इलाके में कितना डेवलपमेंट होगा और वहां रेंटल इनकम की कितनी संभावना है।
-ये लोग अक्सर प्री-लॉन्च स्टेज पर प्रॉपर्टी खरीदते हैं।
-बिल्डर से ज्यादा से ज्यादा डिस्काउंट लेते हैं।
-जैसे-जैसे प्रोजेक्ट बनता है, कीमतें चढ़ती जाती हैं।
-3 से 5 साल में 2.5 से 4 गुना तक का मुनाफा लेकर निकल जाते हैं।
इसका मतलब है कि घर खरीदते वक्त आपको सिर्फ ग्राहक की तरह नहीं, बल्कि निवेशक की तरह सोचना होगा।
बेसिक होम लोन के सीईओ अतुल मोंगा के मुताबिक, प्रॉपर्टी खरीदते समय यह फॉर्मूला अपनाएं:
सही प्रोडक्ट + सही टाइमिंग + सही जगह + सही सेलर + सही बिक्री
सही प्रोडक्ट चुनें: तय करें कि प्लॉट, फ्लैट या घर में से आपको क्या लेना है।
टाइमिंग पर ध्यान दें: सही मौके पर सौदा करें।
सही जगह देखें: जहां आने वाले वर्षों में डेवलपमेंट की संभावना हो, ऐसी जगह देखें।
सही बिल्डर/सोसाइटी चुनें: नामी डेवलपर से प्रॉपर्टी लें।
बिक्री का सही समय पकड़ें: अगर निवेश के लिए खरीदा है तो बेचने की जल्दबाजी न करें।
यह रणनीति आपको सिर्फ घर ही नहीं दिलाएगी, बल्कि लंबे समय में अच्छा-खासा रिटर्न भी दे सकती है।