British Luxury Car Price Down: भारत ने ब्रिटिश कारों पर आयात शुल्क को घटाकर 10 फीसदी कर दिया है। इससे बिट्रिश लग्जरी कारों की कीमतों में जबरदस्त गिरावट आने की उम्मीद है।
British Luxury Cars in India: अगर आप लग्जरी कारें पसंद करते हैं, तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। भारत ने ब्रिटिश कारों पर आयात शुल्क को घटाकर 10 फीसदी करने पर सहमति दे दी है। भारत और यूके के बीच गुरुवार को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट साइन हुआ है। अभी ब्रिटेन से आने वाली कारों पर 75 से 125% तक आयात शुल्क लगता है। ऐसे में ब्रिटिश लग्जरी कारों की कीमतें 40 से 50 फीसदी तक घटने की उम्मीद है। कीमतों में भारी गिरावट से बड़ी संख्या में नए ग्राहक इस सेगमेंट की तरफ आकर्षित हो सकते हैं।
रोल्स रॉयस कलिनन की एक्स शोरूम प्राइस इस समय 12.25 करोड़ रुपये है। नया टैरिफ लागू होने के बाद यह कीमत घटकर 5.3 करोड़ रुपये रह सकती है। बेंटले बेंटायगा की प्राइस इस समय 4.10 करोड़ रुपये है। टैरिफ घटने से इसकी कीमत 2.25 करोड़ रुपये रह सकती है। वहीं, रेंज रोवर स्पोर्ट के एक मॉडल की कीमत इस समय 1.64 करोड़ रुपये है। इसकी कीमत घटकर 80 लाख रुपये रह सकती है। लैंड रोवर डिफेंडर की कीमत में भी काफी गिरावट आने की उम्मीद है।
हालांकि, भारत और ब्रिटेन के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते से लग्जरी कार इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा है। ब्रिटेन में बनी लैंड रोवर, जैगुआर (टाटा मोटर्स के स्वामित्व में), रोल्स रॉयस, बेंटले, लोटस, मैकलारेन, एस्टन मार्टिन जैसी प्रीमियम कारों पर आयात शुल्क घटने की उम्मीद में अमीर ग्राहकों ने बुकिंग रोक दी है। कुछ लोगों ने तो बुकिंग भी रद्द कर दी है। वे अब नया घटा हुआ टैरिफ लागू होने का इंतजार कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि टैक्स कम होने पर ही कार खरीदें। डीलरों ने कहा, 'हमें यह नहीं पता कि टैक्स कब कम होगा। यह भी नहीं पता कि टैक्स धीरे-धीरे कम होगा या एकसाथ।' बुकिंग रुकने से डीलरों को नुकसान हो रहा है।
एक बड़े ऑटोमोबाइल डीलर ने बताया, 'ब्रिटिश कारों पर टैक्स कम होना हमारे लिए बहुत निराशाजनक है। बहुत से ग्राहक बुकिंग रोक रहे हैं, जबकि हमने कंपनियों को ऑर्डर भी दे दिए हैं। इससे भारतीय बाजार की छवि खराब होती है। लग्जरी कार कंपनियां कम गाड़ियां बनाती हैं, ताकि उनकी कारों की वैल्यू बनी रहे। अब वे गाड़ियां दूसरे देशों को भेज रही हैं।' डीलर्स का कहना है कि ग्राहकों का उत्साह समझना मुश्किल नहीं है। कुछ कारों का भारत में अंतिम ऑन-रोड मूल्य, ब्रिटेन की तुलना में लगभग तीन गुना तक पहुंच जाता है। सिर्फ ऊंचा आयात शुल्क ही नहीं, स्थानीय टैक्स और रजिस्ट्रेशन चार्ज भी कीमत बढ़ाते हैं। इसलिए ग्राहक टैक्स घटने का इंतजार कर रहे हैं।