चंदौली

4 अक्टूबर को अवकाश की घोषणा, 1 से 8 वीं तक के स्कूल रहेंगे बंद, जानें वजह

School Closed In Up Dm Order: भारी वर्षा का असर – छोटे बच्चों के लिए स्कूल बंद, शिक्षकों को सौंपे कार्य लगातार भारी वर्षा के चलते सोनभद्र और चंदौली जिलों में कल यानी 4 अक्टूबर 2025 को कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यालय बंद रहेंगे। जिलाधिकारी के आदेश के बाद बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। वहीं, शिक्षकों को प्रशासनिक और योजनागत कार्य करने होंगे।

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Oct 04, 2025
भारी वर्षा का असर – छोटे बच्चों के लिए स्कूल बंद, शिक्षकों को सौंपे कार्य (फोटो सोर्स :Whatsapp )

School Closed News: लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित होने लगा है। कई इलाकों में जलभराव और निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी महोदय ने बड़ा निर्णय लिया है। जनपद सोनभद्र और चंदौली में संचालित कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यालयों में दिनांक 04 अक्टूबर 2025 को अवकाश घोषित किया गया है। यह आदेश सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी सभी प्रकार के विद्यालयों पर लागू होगा।

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बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि

जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि भारी वर्षा के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। छोटे बच्चों का विद्यालयों तक आना-जाना कठिन और जोखिम भरा हो सकता है। लगातार हो रही वर्षा से कई मार्गों पर जलभराव की स्थिति बन चुकी है, जिससे हादसों का खतरा बढ़ जाता है। प्रशासन ने बच्चों के अभिभावकों से अपील की है कि वे भी सावधानी बरतें और बच्चों को घर से बाहर कम से कम निकलने दें।

शिक्षकों को कार्य करने के निर्देश

विद्यालयों में छात्रों के लिए अवकाश घोषित किए जाने के बावजूद शिक्षकों को आवश्यक कार्यों के निर्वहन का निर्देश दिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सोनभद्र द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि सभी शिक्षक “समर्थ भारत समर्थ उत्तर प्रदेश”, “Viksit Bharat Buildathon 2025”, “स्वच्छ एवं हरित विद्यालय” जैसी योजनाओं के साथ-साथ डीबीटी (Direct Benefit Transfer) और UDISE (Unified District Information System for Education) से जुड़े कार्यों को पूर्ववत रूप से जारी रखें। इस आदेश का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चों की शिक्षा और योजनाओं से जुड़ी प्रक्रियाएं बाधित न हों।

चंदौली में भी बंद रहेंगे विद्यालय

सोनभद्र के साथ-साथ चंदौली जनपद में भी 4 अक्टूबर को कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यालय बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। यहां भी पिछले कई दिनों से भारी वर्षा के चलते ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। जिला प्रशासन ने मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है।

मौसम विभाग की चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग ने पूर्वांचल के कई जिलों में 3 से 5 अक्टूबर तक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। चेतावनी के मुताबिक, अगले 24 से 48 घंटे तक कई स्थानों पर तेज वर्षा, आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।

वर्षा से बिगड़ी हालात

सोनभद्र और चंदौली में लगातार हो रही बारिश से निचले क्षेत्रों में जलभराव की समस्या खड़ी हो गई है। कई ग्रामीण इलाकों में तालाब और नाले उफान पर हैं। खेतों में खड़ी फसलें प्रभावित हुई हैं और कई जगहों पर पगडंडियों पर कीचड़ और पानी भर गया है। परिवहन व्यवस्था भी बाधित हो रही है। नगर क्षेत्रों में सड़कों पर जलभराव से आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ स्थानों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है।

प्रशासन की अपील

प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें। साथ ही, भारी वर्षा के समय घर से बाहर कम निकलें और बच्चों को सुरक्षित रखें। विद्यालयों के अवकाश को लेकर किसी तरह की भ्रांति न हो, इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा सभी विद्यालयों को औपचारिक सूचना भेजी गई है।

योजनाओं से जुड़े कार्यों का महत्व

बीएसए सोनभद्र ने यह भी स्पष्ट किया कि शिक्षकों द्वारा किए जा रहे “समर्थ भारत समर्थ उत्तर प्रदेश” और “Viksit Bharat Buildathon 2025” जैसे अभियान शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम साबित हो रहे हैं। इन अभियानों का उद्देश्य बच्चों को डिजिटल शिक्षा, नवाचार और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना है। “स्वच्छ एवं हरित विद्यालय” अभियान के अंतर्गत विद्यालयों में स्वच्छता, हरियाली और पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियाँ संचालित की जाती हैं। वहीं, डीबीटी और UDISE से जुड़ा काम प्रत्यक्ष रूप से विद्यार्थियों की पढ़ाई और उनके भविष्य से संबंधित है। इसलिए, शिक्षकों का इन कार्यों में सक्रिय रहना आवश्यक है।

ग्रामीण क्षेत्रों पर असर

भारी वर्षा का सबसे अधिक असर ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रहा है। सोनभद्र जैसे पहाड़ी और वन क्षेत्र वाले जिले में कई सड़कें पानी में डूब गई हैं। वहीं, चंदौली में गंगा और अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। इन हालातों में बच्चों को विद्यालय भेजना जोखिमपूर्ण हो सकता था।

पूर्व में भी हुई थी छुट्टियाँ

गौरतलब है कि इस वर्ष मानसून के दौरान कई बार जिलों में बारिश के कारण विद्यालय बंद करने पड़े हैं। प्रशासन का कहना है कि छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी कीमत पर बच्चों की जान जोखिम में नहीं डाली जा सकती।

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