प्रदेश में खाद्य सुरक्षा अभियान के तहत नाम जोडऩे में चित्तौडगढ़ जिला अव्वल चल रहा है। सूची में नाम जुडऩे से अगले माह से गेहूं मिलना शुरू हो जाएगा।
चित्तौडगढ़़. प्रदेश में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से खाद्य सुरक्षा योजना के तहत सूची में नाम जोडऩे में चित्तौडगढ़़ जिला पूरे प्रदेश में अव्वल है, जबकि संभाग मुख्यालय उदयपुर आठवें स्थान पर चल रहा है। हालांकि आवेदन अभी भी भरे जा रहे हैं। सरकार की ओर से खाद्य सुरक्षा सूची में शामिल उपभोक्ताओं को प्रतिमाह गेहूं उपलब्ध कराया जाता है। उक्त सूची में नाम जुड़वाने के लिए सरकार ने ऑनलाइन आवदेन मांगे थे। इसके तहत पूरे प्रदेश में आवेदन भरवाए गए। उक्त आवेदनों के निस्तारण की जिम्मेदारी उपखण्ड अधिकारी, बीडीओ और स्थानीय नगर निकाय के अधिकारी को सौंपी गई। उन्होंने आवेदनों की जांच की। इसके पश्चात खाद्य सुरक्षा सूची में जुडऩे योग्य आवेदकों के नाम जोड़े गए। इसमें चित्तौडगढ़़ जिले में अब तक प्रदेश में सर्वाधिक 83.23 प्रतिशत आवेदनों की जांच कर उनके नाम जोड़े जा चुके हैं। इसमें 2276 आवेदनों में कमी पाए जाने पर आक्षेप पूर्ति के लिए आवेदक के पास पुन: भेजे गए हैं। आक्षेप पूर्ति के बाद पुन: जांच में आवेदन सही पाए जाने की स्थिति में उनके नाम भी सूची में जोड़़े जाएंगे। हालांकि खाद्य सुरक्षा सूची में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन अभी भी भरे जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गत दिनों सरकार ने खाद्य सुरक्षा के आवेदनों की पेंडेंसी पर तल्खी दिखाते हुए तुरंत निस्तारण करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पूरे प्रदेश में काम में तेजी आई है।
खाद्य सुरक्षा सूची में नाम जोडऩे में 83.23 प्रतिशत अंक हासिल कर चित्तौडगढ़़ जिला पहले स्थान पर है। इसके पश्चात बांसवाड़ा 78.14 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर, बांरा 76.77 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है। इसी प्रकार गंगानगर 67.98, पाली 64.61 प्रतिशत, बाड़मेर 62.60 प्रतिशत, प्रतापगढ़ 62.59 प्रतिशत, सीकर 62.16 प्रतिशत और उदयपुर जिले में 60.48 प्रतिशत आवेदनों की जांच कर नाम खाद्य सुरक्षा सूची में जोड़े हैं।
जिले में खाद्य सुरक्षा में मांगे गए आवेदनों में से अब तक 16949 आवेदनों का निस्तारण किया जा चुका है। प्रदेश में चित्तौडगढ़़ जिले आवेदनों के निस्तारण में प्रथम स्थान पर है। खाद्य सूची में नाम जुड़वाने के लिए अभी भी आवेदन जारी है।