मंदिर में जाने से रोकने, मारपीट और जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। पीड़ित लोगों ने भानीपुरा थाने के आगे जमकर प्रदर्शन किया।
सरदारशहर (चूरू): भानीपुरा थाने के अंतर्गत गांव साडासर में ठाकुरजी के मंदिर में दर्शन करने जा रहे एससी समुदाय के लोगों को रोकने और मारपीट करने का मामला थाने में चार लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, साडासर निवासी कानाराम मेघवाल ने रिपोर्ट दी कि गांव की गोशाला में रविवार शाम को भागवत कथा का समापन होने के बाद ग्रामीण लोग कथावाचक के साथ गोशाला से गांव के गुवाड़ के बीच बने ठाकुरजी के मंदिर तक शोभा यात्रा निकाली।
कानाराम ने आगे बताया यात्रा में उसके साथ संदीप नायक, मुकेश नायक, विष्णु मेघवाल और कालूराम मेघवाल थे। शोभायात्रा के दौरान गांव के सभी लोग मंदिर के अंदर जा रहे थे। इस दौरान हम भी मंदिर में घुसने लगे तो सूरजदास, शंकरदास, हिम्मत कुमार और अनिल स्वामी ने कहा कि तुम लोग मंदिर में नहीं जा सकते।
पीड़ित ने कहा कि जब हमने इसका विरोध किया तो उक्त सभी लोग तैश में आ गए और हमारे साथ मारपीट की, जिसके कारण गंभीर चोटें आई। इस दौरान जाति सूचक गालियां भी निकाली।
भागीरथ ने कहा, कथा के आयोजन में सभी ने सहयोग दिया था। इसके बावजूद मंदिर में प्रवेश से रोकना और मारपीट करना सरासर गलत है। उन्होंने बताया, पहले से ही मंदिर में दलित समुदाय के लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी।
कालूराम ने कहा, कथावाचक संत शंकरदास ने सभी को दर्शन करने के लिए कहा था। इस आधार पर वे मंदिर की ओर बढ़े, लेकिन दूसरे पक्ष के लोगों ने एससी-एसटी समाज के लोगों को प्रवेश करने से रोकते हुए कहा कि मंदिर अपवित्र हो जाएगा। जब वे फिर भी अंदर गए तो उनके साथ मारपीट की गई।
पुलिस ने धारा 126 (2), 115 (2), 196 (2), 352, 3 (5) बीएनएस 3 (1) (आर) (एस) (जेड), 3 (2) (वीए) एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। इस घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में एससी समुदाय के लोगों भानीपुरा थाने के आगे प्रदर्शन कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग किए।