चोपड़ा ने कहा, "गिल कटक में जिस तरह आउट हुए, पहली गेंद पर चौका और अगली पर आगे निकलकर मारने की कोशिश, यह उनके स्वभाव से मैच नहीं खाता।" उन्होंने कारण बताया कि गिल की जगह पहले संजू सैमसन ओपनिंग कर रहे थे, जो करीब 175 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते थे।"
Shubman Gill, India vs South Africa T20: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच कटक में खेले गए पहले टी20 मैच में भारतीय उप-कप्तान शुभमन गिल जल्दी आउट हो गए। लुंगी एनगिडी की पहली गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए थर्ड मैन पर चौके के लिए चली गई, लेकिन अगली गेंद पर गिल ने क्रीज़ से बाहर निकलकर बड़ा शॉट मारने की कोशिश की। गेंद बल्ले पर सही से कनेक्ट नहीं हुई और मिड ऑन पर खड़े मार्को यानेसन के हाथों में चली गई।
आमतौर पर गिल इस तरह से बल्लेबाजी नहीं करते हैं, उनका यह तरीका पारंपरिक टी20 शैली से काफी अलग था। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में चाहे गुजरात टाइटंस (GT) के लिए खेलते हों या भारत के लिए, गिल आमतौर पर पारी की शुरुआत में धैर्य रखते हैं, समय लेते हैं और फिर पारी आगे बढ़ने पर तेजी से रन बनाते हैं। इस बदलाव पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि गिल ऐसा क्यों खेल रहे हैं, यह उनकी नैचुरल स्टाइल नहीं है। चोपड़ा के मुताबिक, गिल शायद दबाव में हैं और जल्दी बड़े शॉट खेलने की कोशिश कर रहे हैं।
चोपड़ा ने कहा, "गिल कटक में जिस तरह आउट हुए, पहली गेंद पर चौका और अगली पर आगे निकलकर मारने की कोशिश, यह उनके स्वभाव से मैच नहीं खाता।" उन्होंने कारण बताया कि गिल की जगह पहले संजू सैमसन ओपनिंग कर रहे थे, जो करीब 175 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते थे और तीन शतक जड़ चुके हैं। सैमसन जल्दी आउट भी होते थे, लेकिन उनकी आक्रामकता और रिकॉर्ड को नकारा नहीं जा सकता। गिल शायद उसी स्टाइल की नकल करने के दबाव में हैं, क्योंकि वे सैमसन की जगह आए हैं और इसकी चर्चा हमेशा होती रहती है।
चोपड़ा ने आगे कहा कि हाल के समय में भारत की रणनीति 250-275 जैसे बड़े स्कोर बनाने की रही है, जिससे गिल पर अतिरिक्त दबाव बन रहा है। वे दोहरे दबाव में हैं, एक तो सैमसन जैसा खेलने का और दूसरा टीम के बड़े टोटल के लिए जल्दी रन बनाने का। हालांकि, चोपड़ा ने गिल को थोड़ा समय देने की सलाह दी। उन्होंने याद दिलाया कि ईडन गार्डन्स में हुई गर्दन की चोट के बाद यह गिल का पहला कॉम्पिटिटिव मैच था, इसलिए वे थोड़े 'अंडरकुक्ड' लग सकते हैं। सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही होंगी, लेकिन इसे समझने की जरूरत है। फिर भी, सोशल मीडिया ऐसी बातों को आसानी से स्वीकार नहीं करता।