Pakistan vs UAE: एशिया कप में यूएई के खिलाफ मैच टालने की पाकिस्तान की हरकत को भारतीय पूर्व क्रिकेटर मुरली कार्तिक ने बचकाना और बदतमीज़ करार दिया है। साथ ही बताया कि उसने 1.6 करोड़ डॉलर (करीब 450 करोड़ पाकिस्तानी रुपये) का नुकसान होने केे डर से अपनी मांग वापस ले ली।
Pakistan vs UAE: यूएई के खिलाफ एशिया कप मैच की शुरुआत में देरी के लिए पाकिस्तान की कड़ी आलोचना हो रही है। हाथ मिलाने के विवाद और यूएई के खिलाफ मैच का बहिष्कार करने की धमकी के बाद एंडी पाइक्रॉफ्ट को मैच रेफरी के पद से हटाने के लिए आईसीसी पर दबाव बनाने की कोशिश में, सलमान अली आगा और उनकी टीम ने मैच की शुरुआत कम से कम एक घंटे के लिए टाल दी। इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर मुरली कार्तिक ने पाकिस्तान की हरकतों पर तीखा हमला करते हुए इसे बचकाना और बदतमीज़ करार दिया है।
क्रिकबज़ पर बात करते हुए मुरली कार्तिक ने पीसीबी पर अपनी बात पर अड़े रहने और कोई ठोस फैसला न लेने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि अगर पाकिस्तान ने मैच का बहिष्कार करने का फैसला किया होता तो उसे 1.6 करोड़ डॉलर (करीब 450 करोड़ पाकिस्तानी रुपये) का आर्थिक नुकसान हो सकता है। इसी डर से उसने अपनी मांग वापस ले ली।
कार्तिक ने कहा कि इस समय मेरे दिमाग में बस एक ही शब्द आ रहा है, बिल्कुल बचकाना और बदतमीज़। क्योंकि जब आप देखते हैं तो इसका आर्थिक नुकसान हो सकता है, जो कि हाथ मिलाने की घटना या ऐसी ही किसी बात पर सचमुच 16 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर है। मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा। मुझे लगता है कि आजकल किंडरगार्टन के बच्चे भी इस तरह का व्यवहार नहीं करते।
बता दें कि पाकिस्तान ने आईसीसी को कम से कम दो पत्र लिखकर एंडी पाइक्रॉफ्ट को मैच रेफरी के पद से हटाने और उनके कथित कदाचार की जांच की मांग की थी। क्रिकबज़ के अनुसार, आईसीसी ने पीसीबी को जवाब देते हुए कहा कि उनकी अपनी जांच में पाइक्रॉफ्ट को निर्दोष पाया गया है। जय शाह के नेतृत्व वाली आईसीसी ने निष्कर्ष निकाला कि पाइक्रॉफ्ट किसी भी गलत काम के दोषी नहीं थे। इसके अलावा हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि पीसीबी को शिकायत करने का पूरा अधिकार है, लेकिन उनके पक्ष में फैसला एक खतरनाक मिसाल कायम करेगा।
पीसीबी ने एक बयान में कहा कि विवादास्पद आईसीसी मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मैनेजर और कप्तान से माफ़ी मांगी है। पाइक्रॉफ्ट ने 14 सितंबर की घटना के लिए माफ़ी मांगते हुए इसे गलतफहमी बताया है।