शिक्षा विभाग ने नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी स्कूलों में अगले साल एक अप्रेल से शैक्षणिक सत्र शुरू करने की कवायद शुरू कर दी है।
दौसा। शिक्षा विभाग ने नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी स्कूलों में अगले साल एक अप्रेल से शैक्षणिक सत्र शुरू करने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए शिविरा पंचांग में भी संशोधन करने की तैयारी की जा रही है।
नया शिक्षा सत्र 2026-27 जुलाई की जगह एक अप्रेल से शुरू करने के लिए इस साल होने बाली अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं सहित वार्षिक परीक्षाएं एवं राज्य राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मेलन की तिथियों में बदलाव होगा।
इस संबंध में गत दिनों विभिन्न शिक्षक संगठनों के साथ हुई बैठक में बनी सहमति की पालना के निर्देश शिक्षा ग्रुप एक विभाग ने जारी किए हैं। शिक्षा विभाग ने दिसंबर में प्रस्तावित अर्द्धवार्षिक परीक्षा को अब 20 नवंबर से करवाने का निर्णय लिया है। वही आठवीं और पांचवीं की बोर्ड परीक्षा भी इस बार मार्च माह में आयोजित की जाएगी। पिछले साल पांचवीं बोर्ड की परीक्षा 7 अप्रेल से शुरू होकर 15 अप्रेल को संपन्न हुई थी। जबकि आठवीं बोर्ड की परीक्षा 20 मार्च से 2 अप्रेल तक कराई गई थी।
इस साल पांचवीं बोर्ड की परीक्षा 16 मार्च से 24 मार्च तथा आठवीं बोर्ड की परीक्षा 10 मार्च से 20 मार्च तक करवाने की तैयारी है। नया सत्र अप्रेल से शुरू करवाने को लेकर सरकार का प्रयास है कि वर्तमान सत्र (2025 26) की सभी वार्षिक परीक्षाएं 25 मार्च तक आयोजित कर 31 मार्च तक परिणाम घोषित कर दिए जाएं, ताकि अगला सत्र 1 अप्रेल ल से शुरू किया जा सके। गौरतलब है कि निजी स्कूल एक अप्रेल से सत्र शुरू कर देते हैं, जबकि सरकारी स्कूलों में जुलाई में प्रवेश दिया जाता है। इसके चलते बीते दो-तीन साल से नामांकन घटता जा रहा था।
यदि नया सत्र 1 अप्रेल से शुरू होता है तो शिक्षण दिवसों की संख्या 180 से बढकऱ 210-220 तक पहुंच सकती है। जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए अधिक समय मिलेगा। वहीं सीबीएसई कैलेंडर से तालमेल स्थापित होने से विद्यालयों में नामांकन दर बढऩे की संभावना है। साथ ही सरकारी स्कूलों में पड़ रहे लाखों विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें एवं यूनिफॉर्म समय पर मिल सकेगी।
नया सत्र 1 अप्रेल से शुरू हो इसके लिए 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 12 फरवरी से 11 मार्च तक तथा प्रायोगिक परीक्षाएं 15 जनवरी से शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम 30 अप्रेल तक जारी करने के साथ ही दसवीं के बोर्ड परीक्षा परिणाम को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं।