Shava sadhana: शव साधना से मुर्दा को जिंदा करने का सनसनीखेज मामले गरियाबंद में लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस कार्रवाई के बाद इसका खुलासा हुआ है। आखिर क्या सच में ऐसा होता है, जानिए सब कुछ..
CG Black Magic: प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में अंधविश्वास आज भी इस कदर हावी है कि टोनही बताकर किसी की हत्या कर दी जाती है। गरियाबंद जिला इन सबसे एक कदम आगे चल रहा है। यहां मुर्दे जगाए जा रहे हैं। लोग मानते हैं कि एक बार मुर्दा जाग गया, तो अपने मालिक की हर बात मानेगा। जादू-टोना पर यकीन रखने वाले इसके पीछे इतने पागल हैं कि 3 महीने में ही 2 कब्रें खोद डाली। एक युवती, तो दूसरी महिला की कब्र थी।
Shava Sadhana: छुरा के सिवनी गांव में हाल ही में 2 लोगोें को कब्र खोदकर जादू-टोना करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। जून महीने में भी फिंगेश्वर ब्लॉक से ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें कब्र से युवती का शव निकालकर तंत्र-मंत्र किया गया था। मिली जानकारी के मुताबिक, सिवनी गांव के भूखन विश्वकर्मा की पत्नी सुरेती विश्वकर्मा की बीते दिनों मृत्यु हो गई थी। उन्हें गांव के ही मुक्तिधाम में दफन किया गया था।
हाल ही में खबर मिली कि उनकी पत्नी की कब्र खोद दी गई है। वे मौके पर पहुंचे। ( CG Black Magic ) कब्र की पूरी मिट्टी खोदकर वापस डाली गई थी। इस जादू-टोने के पीछे उनके मोहल्ले में रहने वाले नंदे यादव (49) और जागेश्वर गोंड़ (50) का नाम सामने आया। उन्होंने तत्काल थाने में सूचना दी। पुलिस ने संदेहियों को पकड़कर पूछताछ की, जिसमें उन्होंने अपराध कबूल किया। उन्होंने बताया कि लाश बाहर निकालकर पूजा की, फिर वापस कब्र में दफन कर दिया। ऐसा वे जागृति के लिए कर रहे थे।
CG crime news: इसी साल जून में ब्लॉक के पसौदा गांव में भी कब्र खोदने का मामला आया था। 25 साल की युवती की सिकलिन बीमारी से मौत के बाद उसे मुक्तिधाम में दफन कर दिया गया था। करीब 2 महीने बाद युवती का धड़ उसके घर के पीछे की बाड़ी में मिला। दोनों हाथ और सिर गायब थे। अगल-बगल कटे नींबू और सिंदूर बिखरा पड़ा था। गांववालों को समझते देर नहीं लगी कि तंत्र-मंत्र का मामला है। 2 आरोपी पकड़ाए, जिन्होंने यू-ट्यूब से शव साधना सीखकर कब्र खोदने की बात कही।
बिलासपुर में भी शव साधना ( Shava sadhana ) का मामला हाल ही में सामने आया। इसी महीने की शुरुआत में सिरगिट्टी श्मशान का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें जलती चिता के किनारे 2 तांत्रिक काले लिबास मेें साधना करते दिखे। इसमें महिला भी थी। लोग अंदर गए। तांत्रिक क्रिया जारी रखे थी। लोगों ने डंडे बरसाए, तब जाकर ताम-झाम बंद किया। पूछताछ में उन्होंने बताया ब्लड कैंसर ठीक करने क्रिया कर रहे थे, तो आधी रात बवाल कटवाने पर पुलिस ने भी माथा पीट लिया।
अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा कि अपनी सनक के चलते आप किसी के पार्थिव शरीर से खिलवाड़ नहीं कर सकते। इस तरह के तंत्र-मंत्र से फायदा तो नहीं होगा, उल्टे जेल की हवा खानी पड़ेगी। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां तंत्र-मंत्र सिद्ध करने की कोशिश करने वालों की मानसिक हालत बिगड़ गई। सीधा सा कारण यही है कि ये लोग अपनी बनाई दुनिया में जीते हैं। मन मुताबिक चीजें न हों तो तनाव में पागल हो जाते हैं। फिर दूसरों को पागल बनाते हैं। समस्याओं के समाधान व्यवहारिक और वैज्ञानिक प्रयासों से निकलेंगे। अंधविश्वास में पड़कर अपनी और दूसरों की जिंदगी बर्बाद न करें।
गरियाबंद एएसपी जितेंद्र चंद्राकर ने कहा कि छुरा के सिवनी गांव में महिला की कब्र खोदकर तंत्र-मंत्र करने का मामला सामने आया था। प्रकरण में दोनों आरोपियों को गिरतार कर जेल भेज दिया है। ग्रामीण इलाकों में कयुनिटी पुलिसिंग समेत विभिन्न अभियानों के जरिए लोगों को अंधविश्वास के प्रति जागरूक करने की कोशिश जारी है।