GDA Land Audit: देश की राजधानी से सटे नोएडा के पास वैशाली में जीडीए की 16000 वर्ग मीटर जमीन खाली मिली है। 24 साल बाद हुए ऑडिट में इसका खुलासा हुआ है। इसके बाद जीडीए यहां नई योजना लॉन्च करने की तैयारी में है।
GDA Land Audit: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में पिछले दिनों गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने लैंड ऑडिट कराया। इसमें नोएडा से सटे वैशाली क्षेत्र में 16000 वर्ग मीटर जमीन खाली पड़ी है। यह जमीन पिछले 24 साल से खाली पड़ी है। सर्वे में इसका खुलासा होने के बाद जीडीए ने इस जमीन के बेहतर उपयोग का तरीका निकाला है। इसके तहत यहां अब नई योजना के तहत छोटे भूखंड तैयार किए जाएंगे। हालांकि 16000 में से 5200 वर्ग मीटर जमीन नोएडा सेक्टर तीन में है। प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो नई योजना के लिए जमीन का लेआउट तैयार कराया जा रहा है। जल्द ही भूखंडों के आवंटन की घोषणा की जा सकती है।
दरअसल, साल 1989 में दिल्ली से सटे नोएडा के पास वैशाली में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने एक योजना लॉन्च की थी। इस योजना के तहत जीडीए ने करीब 1,234 एकड़ जमीन पर कई सेक्टर बनाए। इसके बाद यहां छोटे-बड़े भूखंड निकाले गए। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) की इस योजना में बहुमंजिला सोसाइटी के साथ ग्रुप हाउसिंग भूखंड भी निकाले गए। दिल्ली और नोएडा से सटे होने के चलते साल 2000 के बाद जब वैशाली क्षेत्र में कई ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी बनकर तैयार हो गई तो यहां लोगों का रुझान भूखंड और फ्लैट खरीदने की ओर एकाएक बढ़ गया।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया “पिछले दिनों मैंने जीडीए की सभी योजनाओं की समीक्षा बैठक की। इस दौरान बोर्ड बैठक में लैंड ऑडिट कराने का फैसला लिया गया था। इसके बाद जीडीए की ओर से सभी योजनाओं के साथ जमीनों का सर्वे कराया गया। इस सर्वे में नोएडा से सटे वैशाली एरिया में छोटे-छोटे टुकड़ों में जीडीए की करीब 16000 वर्ग मीटर जमीन खाली पड़ी मिली। इसमें से 5200 वर्ग मीटर जमीन नोएडा के सेक्टर तीन में है। अब इन जमीनों के बेहतर उपयोग के लिए छोटे भूखंडों की एक योजना लॉन्च की जाएगी। अभी फिलहाल इसके लेआउट निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है।”
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने आगे बताया ''जीडीए ने वैशाली योजना में सर्वे कराया है, जिसमें कई जगह जमीन रिक्त मिली है। अब इस जमीन का बेहतर उपयोग करने के लिए तैयारी की जा रही है। जीडीए वैशाली योजना में मिली जमीनों का लेआउट तैयार करने में जुटा है। सेक्टर तीन में मिली 5,200 वर्ग मीटर का लेआउट लगभग तैयार भी हो चुका है। इसमें 300 वर्ग मीटर से बड़े-बड़े 16 से ज्यादा भूखंड निकाले गए हैं। हालांकि, अभी इस लेआउट को पूरी तरह फाइनल नहीं किया गया है। एक बार सभी जमीनों का लेआउट तैयार हो जाए। इसके बाद इसकी विस्तृत योजना बनाई जाएगी।”