CDS गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे थे। गोरखा वॉर मेमोरियल के सौंदर्यीकरण और गोरखा म्यूजियम के शिलान्यास समारोह में शामिल हुए थे, इसके बाद शाम को गोरखनाथ मंदिर पहुंचे और गुरु गोरखनाथ की पूजा किए। शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में हुए सेमिनार में भी मुख्य अतिथि थे।
गोरखनाथ मंदिर में शुक्रवार को आयोजित ‘भारत के समक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियां’ विषय पर आयोजित सेमिनार में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि भूमि राष्ट्र की भौतिक पहचान है। राष्ट्र की विचारधारा की सुरक्षा भी जरूरी है। एक राष्ट्र के संचालन के लिए विचारधारा उतनी ही जरूरी है, जितना शरीर के लिए खून। यह देश के प्रशासनिक ढांचे को मजबूती देती है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
यह सेमिनार महंत दिग्विजयनाथ महाराज और अवैद्यनाथ महाराज की पुण्यतिथि पर हर साल आयोजित किया जाता है। जनरल चौहान ने कहा कि दुश्मन परमाणु हथियारों से लैस है। सीमा विवाद सबसे बड़ी चुनौती है। आजादी के बाद से सीमा विवाद को लेकर कई लड़ाइयां हुईं। चीन के साथ सीमा विवाद सबसे बड़ी चुनौती है,इसके बाद क्षेत्रीय अस्थिरता। इससे निपटने के लिए देश को हमेशा सतर्क होना पड़ेगा।
सेमिनार में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा की चाणक्य की कही यह बातें कहा था शत प्रतिशत सत्य है कि जिस देश में आंतरिक सुरक्षा नहीं होती, वह अराजक राष्ट्र होता है। जल्द ही खत्म हो जाता है। पाकिस्तान उसका उदाहरण है। भारत इस मामले में सतर्क है। यहां बचपन से सीख दी जाती है कि भारत हमारी माता है, इसकी सुरक्षा के लिए जान की बाजी लगा दी जाती है क्योंकि भारत हमारी मां है। सीएम ने कहा कि एक बार अवश्य सोच लेना चाहिए कि देश के लिए एक सैनिक तपते रेगिस्तान तो सियाचिन जैसे ग्लेशियर में मुस्तैद है तब हम घरों में अपने परिवार के साथ सो रहे हैं। देशवासियों को सैनिकों के प्रति कृतज्ञता का बोध होना चाहिए।