Gwalior Murder : हत्या का बदला हत्या! मृतक के परिवार का आरोप है कि जसवंत की हत्या के लिए कनाडा से सुपारी देकर शूटरों को भेजा गया था। पांच दिन पहले पैरोल पर जेल से निकले हत्या के दोषी को गोलियां मारकर हत्या कर दी।
Gwalior Murder :मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 8 साल पहले रिश्तेदार की हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 40 वर्षीय शख्स जसवंत सिंह की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जसवंत 5 दिन पहले ही जेल से पैरोल पर आया था। गुरुवार रात को वे जिले के डबरा शहर के गोपाल बाग इलाके में स्थित अपने घर के बाहर टहल रहे थे। तभी बाइक पर दो शूटर आए और उनपर पिस्टल से फायर कर दिए। गोलियां जसवंत के पेट में जा लगीं।
मृतक के परिवार का आरोप है कि कनाडा में जाकर बसे उनके रिश्तेदार के परिवार ने ही सुपारी देकर जसवंत की हत्या कराई है। चार दिन पहले उनकी साजिश की भनक भी लगी थी, जसवंत सिंह को उसके परिचितों ने इस तरह के जानलेवा हमले के संबंध में आगाह भी किया था। लेकिन परिजन का कहना है कि, जसवंत ने उस बात को गंभीरता से नहीं लिया, जिसका नतीजा उसे जान गवा कर भुगतना पड़ा।
हत्या के पीछे 8 साल पुरानी दुश्मनी कारण बताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि, जसवंत पर 2016 आदित्यपुरम में रिश्तेदार सुखविंदर सिंह की हत्या का आरोपी था। न्यायालय ने जसवंत को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वह जेल में सजा काट रहा था, लेकिन 5 दिन पहले ही वो पैरोल पर घर आया था। तभी से वो डबरा स्थित अपने घर में रह रहा था।
जसवंत के घर वाले उसकी हत्या को उसके परिजन सुखविंदर की हत्या का बदला बता रहे हैं। घर वालों का कहना है कि, सुखविंदर सिंह के परिजन ने पूरी साजिश रचकर जसवंत की हत्या कराई है। करीब 3 महीने पहले सुखविंदर के पिता रजविंदर सिंह और भाई सत्यपाल सिंह ग्वालियर स्थित अपनी संपत्ति बेचकर कनाडा में शिफ्ट हो गए थे। वहां बैठकर ही उन्होंने जसवंत की हत्या की प्लानिंग की और शूटर को सुपारी देकर हत्या कराई है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दोनों हत्यारे इतने बेखौफ और ट्रेंड थे कि उन्हें मौके पर मौजूद अन्य लोगों का कोई खौफ नहीं था। दोनों बाइक पर सवार होकर आए और एकाएक जसवंत पर फायरिंग शुरु कर दी। हत्यारों को पहचाने जाने का भी कोई खौफ नहीं था। दोनों के चेहरे खुले थे। सरेआम जसवंत की हत्या कर दोनों फरार हो गए।