Foods To Avoid Intestinal Diseases: गर्मी में डायरिया, गैस और पेट दर्द जैसी समस्याएं अक्सर कुछ लोगों को बहुत परेशान करती हैं। यहां जानिए किन 5 चीजों से परहेज करके आप आंतों को स्वस्थ रख सकते हैं और परेशानियों से बच सकते हैं।
Foods To Avoid Intestinal Diseases: गर्मी का मौसम शुरू होते ही पेट से जुड़ी दिक्कतें बढ़ने लगती हैं। डायरिया, गैस, अपच और पेट दर्द जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। इसकी एक बड़ी वजह है हमारी गलत खानपान की आदतें। इस मौसम में अगर आप अपनी डाइट को लेकर थोड़ी सावधानी बरतें और कुछ चीजों से परहेज करें तो आंतों को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है। आइए जानते हैं गर्मी के दिनों में किन चीजों से दूरी बनाकर आप पेट की परेशानियों से बच सकते हैं।
गर्मी में खाना जल्दी खराब हो जाता है। बासी खाने में ऐसे कीटाणु पनप सकते हैं जो पेट को नुकसान पहुंचाते हैं। खासतौर पर चावल, दाल या सब्जी को बार-बार गर्म करना ठीक नहीं होता। इससे फूड पॉइजनिंग या पेट दर्द हो सकता है। इसलिए कोशिश करें कि हर बार ताजा बना खाना ही खाएं। (Intestinal Diseases)
गर्मी में पाचन तंत्र थोड़ा कमजोर हो जाता है। ऐसे में ज्यादा मिर्च-मसाला या ऑयली चीजें खाना पेट को परेशान कर सकता है। इससे गैस, जलन और अपच की दिक्कत हो सकती है। बेहतर है कि गर्मी में मौसम में आप हल्का, उबला या सादा खाना खाएं।
दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी उत्पाद की चीजें गर्मी के दिनों में जल्दी खराब हो सकते हैं। अगर इन्हें सही से न रखा जाए तो ये पेट खराब कर सकते हैं। कई लोगों को गर्मी में दही या दूध से एलर्जी जैसी दिक्कत भी हो जाती है। अगर आपको दूध पीना हो तो उसे अच्छे से उबाल कर पिएं और दही भी ताजा ही खाएं।
बर्गर, पिज्जा, समोसा जैसे फास्ट फूड या चिप्स, नमकीन जैसी पैकेट वाली चीजें पेट को भारी कर देती हैं। इनमें बहुत ज्यादा नमक, तेल और मिलावट होती है जो आंतों के लिए अच्छी नहीं होती। इससे कब्ज, गैस और पानी की कमी हो सकती है।
गर्मी में बहुत ठंडा या बर्फ मिला पानी पीने का मन करता है, लेकिन ये पेट के लिए ठीक नहीं होता। इससे पाचन प्रक्रिया धीमी हो सकती है और पेट में मरोड़ या गैस हो सकती है। बेहतर है कि आप सामान्य तापमान का या थोड़ा गुनगुना पानी ही पिएं।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।