स्वास्थ्य

Bad Morning Breath: क्या आपकी सुबह की बदबू सामान्य है या Infection का संकेत? पहचानें फर्क और बचाव के तरीके

Bad Morning Breath:सुबह उठते ही मुंह से बदबू आना बहुत आम बात है, और अक्सर लोग इसे साधारण “मॉर्निंग ब्रीथ” समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या यह हर बार सामान्य होती है?

2 min read
Nov 17, 2025
Why mouth smells in morning|फोटो सोर्स –Freepik

Bad Morning Breath:सुबह उठते ही मुंह से बदबू आना बहुत आम बात है, और अक्सर लोग इसे साधारण “मॉर्निंग ब्रीथ” समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या यह हर बार सामान्य होती है?असल में, ज्यादातर लोगों में सुबह की दुर्गंध सिर्फ रातभर लार कम बनने और मुंह में बैक्टीरिया बढ़ने के कारण होती है। यह बदबू अस्थायी होती है और ब्रश, कुल्ला या पानी पीते ही जल्दी कम हो जाती है। लेकिन कई बार यही मॉर्निंग ब्रीथ किसी Infection, मसूड़ों की बीमारी या खराब ओरल हाइजीन का संकेत भी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप सामान्य और असामान्य मॉर्निंग ब्रीथ के बीच फर्क पहचानें।

ये भी पढ़ें

Brushing At Night: सावधान! रात में ब्रश न करने की ये छोटी गलती बिगाड़ सकती है आपकी स्माइल

क्यों आती है सुबह की बदबू?

हमारे मुंह में प्राकृतिक रूप से कई तरह के बैक्टीरिया रहते हैं। दिन में लार इन बैक्टीरिया को नियंत्रण में रखती है और मुंह को साफ रखने में मदद करती है। रात में जब सोते समय लार कम बनने लगती है, तो बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं और खाने के कण टूटकर ऐसे सल्फर कंपाउंड्स बनाते हैं, जो बदबू पैदा करते हैं। यही कारण है कि जागते ही मुंह से गंध महसूस होती है।

सामान्य मॉर्निंग ब्रीथ कैसी होती है?

रात में लार की कमी और बैक्टीरिया की बढ़ोतरी के कारण बनने वाली बदबू आमतौर पर कुछ देर ही रहती है। सुबह ब्रश करना, माउथवॉश से कुल्ला करना या पानी पीना इसे आसानी से कम कर देता है। अच्छी ओरल हाइजीन जैसे रात में ब्रश करना, जीभ साफ करना और पर्याप्त पानी पीना इस समस्या को काफी हद तक रोक सकता है।

कब मॉर्निंग ब्रीथ Infection का संकेत बनती है


अगर बदबू लगातार बनी रहे और सामान्य से ज्यादा तीखी हो, तो यह सिर्फ बैक्टीरिया की सामान्य गतिविधि नहीं बल्कि किसी संक्रमण की ओर इशारा हो सकती है। शोधों में पाया गया है कि मसूड़ों की बीमारी यानी पीरियोडोंटल डिजीज वाले लोगों में VSCs का स्तर कई गुना अधिक होता है।

संक्रमण के संकेत

  • मसूड़ों का लाल होना, सूजन या ब्रश करने पर खून आना।
  • जीभ या मुंह में सफेद परत, छाले या घाव बने रहना।
  • दांतों में दर्द, संवेदनशीलता या पस भरना दांत के इन्फेक्शन या एब्सेस का संकेत।
  • बार–बार साइनस समस्या, गले के संक्रमण या अनियंत्रित डायबिटीज़ का असर भी सांस की बदबू में दिख सकता है।

60 सेकंड की मॉर्निंग ब्रीथ कंट्रोल रूटीन

  • 20 सेकंड — टंग स्क्रैपिंग: जीभ पर जमा बैक्टीरिया बदबू का सबसे बड़ा कारण होते हैं। हल्के हाथों से पीछे से आगे की ओर स्क्रैप करें।
  • 20 सेकंड — फ्लॉसिंग: दांतों के बीच फंसे कणों को हटाकर बैक्टीरिया की वृद्धि कम करती है।
  • 20 सेकंड — रिंसिंग/हाइड्रेशन: पानी या हल्के, अल्कोहल-फ्री माउथवॉश से कुल्ला करें। इससे लार बढ़ती है और मुंह साफ रहता है।

कब लें डॉक्टर की सलाह?

अगर बदबू लगातार बनी रहे, मसूड़ों में दर्द या सूजन हो, मुंह के अंदर सफेद/लाल दाग दिखें, बार–बार छाले हों या मुंह सूखा रहता हो तो देर न करें। यह दांतों के कीड़े, मसूड़ों की बीमारी या अन्य संक्रमण का संकेत हो सकता है।

स्वस्थ सांस के लिए जरूरी आदतें

  • रोज दो बार फ्लोराइड टूथपेस्ट से ब्रश।
  • रोजाना जीभ की सफाई करें।
  • पानी भरपूर पिएं।
  • धूम्रपान और ज्यादा शराब से दूरी।
  • मीठे स्नैक्स कम करें।
  • साल में दो बार दंत चिकित्सक से जांच।

ये भी पढ़ें

Wisdom Teeth Pain : अक्ल दाढ़ का दर्द, सूजन और इन्फेक्शन से कैसे पाएं छुटकारा, जानें इलाज के तरीके

Published on:
17 Nov 2025 04:54 pm
Also Read
View All

अगली खबर