
Effects of not brushing at night|फोटो सोर्स – Freepik
Brushing At Night: दिनभर की थकान के बाद कई बार हम ब्रश करना भूल जाते हैं और सोचते हैं, “कोई बात नहीं, आज ब्रश छोड़ देते हैं, कल सुबह कर लेंगे।” लेकिन क्या आप जानते हैं, यह छोटी-सी लापरवाही आपके दांतों और मसूड़ों को कितना नुकसान पहुंचा सकती है? साथ ही, यह आपकी सेहत पर भी बुरा असर डाल सकती है। आइए जानते हैं कि क्यों रात में ब्रश करना उतना ही जरूरी है, जितना दिन में सांस लेना।
दिनभर हम जो भी खाते या पीते हैं, उसके छोटे-छोटे कण हमारे दांतों और मसूड़ों में फंस जाते हैं। अगर रात में ब्रश न किया जाए, तो ये कण बैक्टीरिया के साथ मिलकर मुंह में जमा हो जाते हैं। धीरे-धीरे यही जमा बैक्टीरिया प्लाक में बदल जाते हैं, जिससे दांतों में संक्रमण और बदबू की परेशानी शुरू हो जाती है।
कई शोधों में यह बात सामने आई है कि ओरल इंफेक्शन का सीधा असर दिल की सेहत पर पड़ता है। मसूड़ों की सूजन से निकलने वाले हानिकारक टॉक्सिन खून में मिलकर हार्ट तक पहुंचते हैं, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है।
अगर आप रोज रात को ब्रश नहीं करते, तो दांतों के बीच फंसे खाने के कण धीरे-धीरे गलने लगते हैं। इससे कैविटी बनने लगती है और दर्द बढ़ता जाता है। समय रहते ध्यान न देने पर यही समस्या रूट कैनाल जैसी बड़ी परेशानी में बदल सकती है।
रात में जमा बैक्टीरिया मसूड़ों पर सीधा असर डालते हैं। धीरे-धीरे मसूड़े सूजने लगते हैं और ब्रश करते समय खून आने लगता है। यह जिंजिवाइटिस नामक मसूड़ों की बीमारी की शुरुआत होती है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
सुबह उठते ही मुंह से आने वाली बदबू का एक बड़ा कारण रात में ब्रश न करना है। मुंह में मौजूद बैक्टीरिया खाने के कणों को तोड़कर एसिड और गैस बनाते हैं, जिससे सांसों में दुर्गंध आने लगती है।
मुंह में पनपने वाले बैक्टीरिया सिर्फ दांतों तक सीमित नहीं रहते। ये लार के जरिए पेट तक पहुंच सकते हैं और पाचन संबंधी दिक्कतें, एसिडिटी या इंफेक्शन जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
Published on:
01 Nov 2025 09:52 am
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