Breath Causes: अगर आप बिना ज्यादा मेहनत किए या थोड़ी सी शारीरिक गतिविधियों के बाद ही थककर हांफने लगते हैं या आपकी सांस फूलने लगती है, तो इसे नजरअंदाज न करें। आइए जानते हैं सांस फूलने के संभावित कारण और इससे जुड़ी जरूरी मेडिकल जांच के बारे में।
Shortness Of Breath Causes: आजकल की जीवनशैली और खान-पान की वजह से लोग कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं। इन्हीं में से एक समस्या है सांस फूलना। यह कई बड़ी बीमारियों का शुरुआती संकेत हो सकता है।
अगर आप बिना ज्यादा मेहनत किए या थोड़ी सी शारीरिक गतिविधियों के बाद ही थककर हांफने लगते हैं या आपकी सांस फूलने लगती है, तो इसे नजरअंदाज न करें। अक्सर लोग इसे आम थकान समझकर छोड़ देते हैं, लेकिन कई बार इसके पीछे दिल, फेफड़े या खून से जुड़ी कोई गंभीर बीमारी छिपी होती है।इसलिए समय रहते इसकी जांच करवाना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं सांस फूलने के संभावित कारण और इससे जुड़ी जरूरी मेडिकल जांच के बारे में।
जब दिल शरीर को पर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुंचा पाता, तो इसका असर फेफड़ों और अन्य अंगों पर भी पड़ता है। इस स्थिति में फेफड़ों में तरल जमा होने लगता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है। इसके साथ-साथ पैरों, टखनों और पेट में सूजन भी देखी जा सकती है।
अगर आपको अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) या फेफड़ों में संक्रमण जैसी समस्या है, तो यह भी सांस फूलने का बड़ा कारण हो सकता है। इन बीमारियों में फेफड़े अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाते।
थायरॉइड की समस्या, खासकर हाइपोथायरॉइडिज्म में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे थकान और सांस फूलने की समस्या हो सकती है। वहीं हाइपरथायरॉइडिज्म में दिल की धड़कन तेज हो जाती है, जिससे भी सांस लेने में दिक्कत होती है।
जब किडनी और लिवर शरीर से जरूरी तरल पदार्थ को बाहर नहीं निकाल पाते, तो वह शरीर में जमा होने लगता है। इससे फेफड़ों में फ्लूइड भर सकता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है और शरीर में सूजन भी आ सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर या हार्मोन से संबंधित दवाएं भी शरीर में फ्लूइड रोक सकती हैं, जिससे सांस फूलने जैसी समस्या हो सकती है।
सांस फूलना सुनने में एक मामूली समस्या लग सकती है, लेकिन यह कई बार शरीर में शुरू हो रही किसी गंभीर बीमारी का संकेत होता है। अगर आपको थोड़ी भी शारीरिक मेहनत में सांस लेने में परेशानी होने लगे, तो देरी न करें। जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें और जरूरी जांच कराएं।