Dark Chocolate Health Benefits: आपकी मनपससंद डार्क चॉकलेट आपकी आंतो और दिमाग को भी फायदा पहुचांती है। डार्क चॉकलेट में उपस्थित फ्लैवनॉल्स हमारी आंतो में पाए जाने वाली गट बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाते है। आइए जानते है की साइंस इस चॉकलेट थेरेपी को कितना प्रभावी मानता है और अपनी डाइट में शामिल करने के बारे में क्या कहते है।
Dark Chocolate Health Benefits: आज के इस वैज्ञानिक युग में हर व्यक्ति गट हैल्थ के बारें में जानना और बात करना चाहता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि हमारी आंतें सिर्फ खाना पचाने का काम ही नहीं करती बल्कि हमारे मूड और इम्युनिटी को भी कंट्रोल रखता है, जिसे गट-ब्रेन एक्सिस कहते है। क्या आपने कभी सोचा है कि एक छोटा सा चॉकलेट का टुकड़ा भी आपकी गट हैल्थ को इतना फायदा पहुंचा सकता है। इस कोकोआ डार्क चॉकलेट में फ्लैवनॉल्स और पॉलीफेनोल्स पाए जाते है जो हमारे पेट में जाकर प्रीबायोटिक सप्लीमेंट का काम करते हैं। आइये जानते है कि ये मनपसंद चॉकलेट कैसे दवा का काम करती है।
डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स हमारे शरीर में सीधे अवशोषित नहीं होते हैं। इनके पाचन का काम आंतो में उपस्तिथ बैक्टीरिया करते हैं। ये हमारे गट बैक्टीरिया के भोजन का काम करते है और लैक्टोबैसिली बैक्टीरिया के विकास का काम भी करते है। जब हमारी आंतो में अच्छे बैक्टीरिया का प्रभाव बढ़ता है तो हानिकारक बैक्टीरिया की संख्या में कमी आती है, इस प्रभाव को विज्ञान की भाषा में प्रीबायोटिक प्रभाव के नाम से जाना जाता है।
कुछ अध्ययनों में इस बात पर जोर दिया है की डार्क चॉकलेट में पाया जाने वाला फ्लैवनॉल्स, हानिकारक बैक्टीरिया द्वारा उत्पन्न विषाक्त पदार्थों को नष्ट करता है। हानिकारक बैक्टीरिया में सबसे प्रमुख एच. पाइलोरी बैक्टीरिया है जो पेट में अल्सर और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण होता है। फ्लैवनॉल्स यूरिएज एंजाइम के उत्पादन को भी कम करता है जो हानिकाकर बैक्टीरिया की झिल्लियों को तोड़ता है।
गट-ब्रेन एक्सिस की प्रक्रिया के दौरान डार्क चॉकलेट में उपस्तिथ फ्लैवनॉल्स जब गुड बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाते है तो ये बैक्टीरिया कुछ ऐसे केमिकल कंपाउंड्स निकालते है जो रक्त के माध्यम से सीधे दिमाग तक पहुंचते है। इनका सीधा संबंध तनाव और मूड को कंट्रोल करने वाले न्यूरोट्रांस्मीटर से होता है। इसलिए डार्क चॉकलेट आपके पेट के साथ आपके दिमाग और मूड को भी संतुलित व खुश रखने का काम करते है।
डार्क चॉकलेट में नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते है। 70% या इससे अधिक कोको (Cocoa) वाली डार्क चॉकलेट खाना सही माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार एक दिन में 20 से 30 ग्राम चॉकलेट खाना उचित माना जाता है। 30 ग्राम से अधिक चॉकलेट प्रतिदिन खाने से कैलोरी और फैट दोनों की मात्रा बढ़ती है जिससे वजन बढ़ने की संभावनाएं अधिक रहती है।