Heart Attack Warning Signs: हार्ट अटैक हमेशा छाती दर्द से नहीं आता। जबड़ा दर्द, गैस, थकान और चक्कर जैसे साइलेंट संकेत खासकर महिलाओं और डायबिटीज मरीजों में ज्यादा दिखते हैं।
Heart Attack Warning Signs: कई लोग मानते हैं कि हार्ट अटैक मतलब अचानक सीने में तेज दर्द। लेकिन सच ये है कि हार्ट अटैक अक्सर स्क्रिप्ट फॉलो नहीं करता। कई बार ये ऐसे अजीब तरीकों से दिखाई देता है कि लोग इसे मामूली दर्द या गैस-एसिडिटी समझकर टाल देते हैं। खासकर महिलाएं और डायबिटीज के मरीज, जिनमें लक्षण बहुत हल्के और अलग तरह के होते हैं।
अगर आपके जबड़े में हल्का-हल्का दर्द होता है और आप इसे दांत या स्ट्रेस वाली क्लेंजिंग समझकर छोड़ देते हैं, तो सावधान रहें।एक स्टडी Atypical Presentations of Myocardial Infarction के अनुसार लगभग 10% लोगों में हार्ट अटैक का पहला संकेत जबड़े का दर्द होता है। कई मरीजों में ये दर्द गले, कान या चेहरे तक फैल जाता है। महिलाओं में ये लक्षण ज्यादा पाए जाते हैं, खासकर 50 साल के बाद। ये दर्द धीरे-धीरे बढ़ता है, इसलिए शरीर पहले ही चेतावनी देने लगता है, बस हम सुनते नहीं।
अक्सर लोग खाना खाने के बाद पेट भारी लगना, डकारें आना, जलन या एसिडिटी को सामान्य समझ लेते हैं। लेकिन रिसर्च बताती है कि 21% मरीजों में हार्ट अटैक का लक्षण पेट संबंधी होता है, यानी गैस जैसा महसूस होना भी दिल का संकेत हो सकता है।डायबिटीज वालों में ये खतरा और ज्यादा है क्योंकि उनकी नसें कमजोर हो जाती हैं और असली दर्द महसूस ही नहीं होता। इसी वजह से कई लोग घंटों इलाज के लिए इंतजार करते रहते हैं और हार्ट अटैक आगे बढ़ता जाता है।
कभी ऐसा हुआ है कि बिना किसी मेहनत के आप अचानक बहुत थक जाएं? या चक्कर आने लगें? या चलते-चलते सांस फूलने लगे? ये भी साइलेंट हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं। स्टडी के अनुसार 9% मरीजों में सिर्फ थकान, 7% में चक्कर, 12.5% में सांस लेने में दिक्कत हार्ट अटैक का संकेत बनते हैं। महिलाओं में ऐसे हल्के लक्षण ज्यादा देखे जाते हैं, इसलिए वे इसे अक्सर नज़रअंदाज़ कर देती हैं।
महिलाओं में हार्ट अटैक के क्लासिक लक्षण कम होते हैं। डायबिटीज के मरीजों की नसों की संवेदना कम हो जाती है। इसलिए छाती का दर्द कई बार महसूस ही नहीं होता। इसी वजह से देरी हो जाती है, और यही देरी जानलेवा साबित होती है। अगर आप 40-50 की उम्र पार कर चुके हैं और जबड़े में दर्द, गैस जैसा भारीपन, अचानक थकान, सांस फूलना इनमें से कोई भी चीज लगातार महसूस हो रही है, तो ECG और ट्रोपोनिन टेस्ट तुरंत कराएं। शरीर फुसफुसाकर भी बताता है, बस समझने की जरूरत है। समय पर जांच, हार्ट अटैक को रोक सकती है।