Vitamin Deficiencies: कई बार शरीर में जरूरी विटामिन्स का स्तर घट जाने से भी आंतों की गति, पाचन रस और मांसपेशियों की ताकत प्रभावित होने लगती है , तो आंतें सुस्त पड़ जाती हैं और कब्ज, पेट भारी लगना और ब्लोटिंग जैसी परेशानियां धीरे-धीरे बढ़ने लगती हैं।
Vitamin Deficiencies: अगर रोजाना पेट ठीक से साफ नहीं होता, भारीपन रहता है या खाना पचने में ज्यादा समय लगता है, तो वजह सिर्फ गलत खान–पान ही नहीं होती। कई बार शरीर में छिपी हुई विटामिन की कमी भी आपकी पाचन क्रिया को धीमा कर देती है। अक्सर लोग इन कमियों को नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि ये हल्की–फुल्की दिक्कतें आगे चलकर बड़ी समस्या बन सकती हैं।
विटामिन D, B12, B1 और C की कमी न सिर्फ हमारे शरीर की इम्यूनिटी और हड्डियों को प्रभावित करती है, बल्कि पाचन तंत्र पर भी इसका गहरा असर पड़ता है। इन विटामिन्स की कमी से आंतों की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती हैं, जिससे खाना आगे बढ़ने में समय लगता है और कब्ज की समस्या उत्पन्न होती है।
विटामिन D आंतों की मांसपेशियों को सक्रिय बनाए रखने में मदद करता है। इसकी कमी से आंतों की गति धीमी पड़ जाती है, जिससे कब्ज, पेट भारी लगना और सुस्ती जैसी परेशानियां हो सकती हैं। रोज थोड़ी धूप लेना, फोर्टिफाइड खाने का सेवन, या डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सप्लीमेंट इसका इलाज हो सकते हैं।
विटामिन B12 नसों को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है। इसकी कमी से आंतों की गति धीमी पड़ जाती है और कब्ज़ की समस्या बढ़ जाती है। शाकाहारी लोगों में इसका लेवल कम होना आम बात है, इसलिए दूध, दही, पनीर, अंडे या फोर्टिफाइड फूड को डाइट में शामिल करना फायदेमंद होता है।
विटामिन B1 शरीर में ऊर्जा बनाने और पाचन से जुड़ी एंजाइम गतिविधियों के लिए जरूरी होता है। जब इसकी कमी हो जाती है, तो पाचन एंजाइम ठीक से नहीं बन पाते, जिससे खाना टूटने और आंतों में आगे बढ़ने की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है।ऐसे में पेट देर से खाली होता है और कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। साबुत अनाज, दालें, बीज आदि का नियमित सेवन शरीर में थायमिन का स्तर बनाए रखने में मदद करता है।
विटामिन C सिर्फ इम्यूनिटी ही नहीं, बल्कि आंतों की कोशिकाओं की मरम्मत और Stool hydration में भी अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी होने पर मल सख्त होने लगता है, जिससे कब्ज बढ़ जाती है। साथ ही शरीर में कोलेजन बनने की प्रक्रिया धीमी पड़ती है, जो आंतों की संरचना को प्रभावित कर सकती है। अपनी डाइट में नींबू, संतरा, स्ट्रॉबेरी, कीवी, शिमला मिर्च और ब्रोकोली जैसे फलों और सब्जियों को शामिल करना फायदेमंद होता है।