Heart Failure: हार्ट फेल्योर अधिकतर बुज़ुर्गों में देखी जाती थी, लेकिन अब कम उम्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण आज की अनियमित दिनचर्या और गलत लाइफस्टाइल हो सकती है। आइए जुड़ते हैं हार्ट फेल्योर से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारियों के साथ ताकि आप रहें सतर्क और स्वस्थ।
Heart Failure: आज की मॉडर्न कल्चर और बदलती लाइफस्टाइल लोगों को कई नई बीमारियां और तनाव दे रही हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है हार्ट फेल्योर, जो अब एक गंभीर स्थिति बन चुकी है। पहले यह बीमारी अधिकतर बुज़ुर्गों में देखी जाती थी, लेकिन अब कम उम्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण आज की अनियमित दिनचर्या और गलत लाइफस्टाइल हो सकती है। आइए जुड़ते हैं हार्ट फेल्योर से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारियों के साथ ताकि आप रहें सतर्क और स्वस्थ।
जब दिल की मांसपेशियां कमजोर या सख्त हो जाती हैं, तो वह शरीर की जरूरत के अनुसार खून पंप नहीं कर पातीं। इसे हार्ट फेल्योर कहा जाता है। ऐसी स्थिति में शरीर के अलग-अलग हिस्सों में तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जिससे सांस फूलना, थकान और शरीर में सूजन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत को पीछे छोड़ते जा रहे हैं। देर रात तक जागना, तनाव में रहना, जंक फूड खाना और एक्सरसाइज न करना ये सब धीरे-धीरे दिल की सेहत बिगाड़ते हैं। शुरुआत में शरीर कोई साफ संकेत नहीं देता, लेकिन समय के साथ लक्षण बढ़ने लगते हैं।