MP News: गुरुवार को ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई गई। बैठक में अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को कड़ी चेतावनी दे दी है।
MP News: ड्यूटी पाइंट से पुलिसकर्मियों का नदारद रहना आम बात है। कोई मोबाइल में व्यस्त रहता है तो कोई आपस में बातचीत करता दिखता है। इंदौर में जानलेवा ट्रक हादसे के बाद पत्रिका ने कई स्थानों पर पुलिस की यह लापरवाही बुधवार को उजागर की थी। इसका असर यह रहा कि गुरुवार सुबह ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई गई और ड्यूटी में लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मी को निलंबित करने को कहा गया। इस सख्ती का असर यह रहा कि शाम को प्रत्येक ट्रैफिक पाइंट, चौराहों पर पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे।
जिस पॉइंट से ट्रक नो एंट्री में घुसा था, पत्रिका ने उन स्थानों को स्कैन किया था। उस समय वीवीआइपी ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन पुलिसकर्मी आराम की मुद्रा में दिखे। गुरुवार को पलासिया स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में इसे लेकर बैठक बुलाई गई। एडिशनल पुलिस कमिश्नर आरके सिंह ने बताया कि रास्ते में बस रोककर सवारी उतारने वालों पर सख्ती की जाएगी। सुनिश्चित किया जाएगा कि स्टॉप पॉइंट या स्टैंड पर ही बस रूके। जो पुलिसकर्मी ड्यूटी पॉइंट पर नहीं रहेंगे, उन्हें निलंबित किया जाएगा। रांग साइड आने और लेट टर्न बाधित करने वालों को लेकर ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सिंह का कहना है कि सुपर कॉरिडोर टी से लेकर वायरलेस चौराहे के बीच ट्रक से एक्सीडेंट हुआ था। संबंधित ट्रैफिक पाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। पुलिसकर्मी बॉडी वार्न कैमरों का इस्तेमाल करेंगे। इंटरसेप्टर व्हीकल से भी नजर रखी जाएगी। सूत्रों का कहना है कि बैठक में पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने निर्देश दिए कि यदि कोई पुलिसकर्मी ड्यूटी पाइंट से नदारद रहा या किसी दुकान अथवा टपरी में बैठा दिखा तो उसे निलंबित किया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर सिंह ने आदेश में लिखा, कई जगह भारी वाहनों की नो एंट्री है। सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में नो एंट्री का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करें। लापरवाही पाए जाने पर थाने के बीट प्रभारी, यातायात बीट प्रभारी, संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी, यातायात निरीक्षक, संबंधित जोनल सहायक पुलिस आयुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त तथा अन्य वरिष्ठ अफसरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नर ने अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था), अपराध, मुख्यालय, डीसीपी ट्रैफिक, सभी जोन के डीसीपी को निर्देश दिए कि वे आरक्षक से लेकर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त स्तर के अफसरों को आदेश से अवगत कराएं।