Ratan Dubey Murder Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2023 के रतन दुबे हत्याकांड में दो माओवादी कार्यकर्ताओं शिवानंद नाग और नारायण प्रसाद नाग के खिलाफ दूसरी पूरक चार्जशीट दाखिल की।
Ratan Dubey Murder Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2023 के रतन दुबे हत्याकांड में प्रतिबंधित सीपीआई माओवादी संगठन के दो कार्यकर्ताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। शिवानंद नाग और उनके पिता नारायण प्रसाद नाग के खिलाफ जगदलपुर के एनआईए विशेष न्यायालय में दूसरी पूरक चार्जशीट दाखिल की गई है, जिसमें भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैरकानूनी गतिविधियां निवारण अधिनियम (यूए(पी) एक्ट) की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। एनआईए की जांच में पाया गया कि दोनों ने रतन दुबे की क्रूर हत्या से संबंधित आपराधिक साजिश में सक्रिय रूप से भाग लिया था।
एनआईए ने जांच के दौरान पूर्वी बस्तर डिवीजन के बयानार क्षेत्र समिति और बारसूर क्षेत्र समिति के सदस्यों के साथ-साथ उनके ओवर ग्राउंड वर्कर्स की भूमिका और संलिप्तता स्थापित की। एजेंसी ने फरवरी 2024 में जांच अपने हाथ में ली थी और जून 2024 में एक आरोपी, धन सिंह कोरम, के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इसके बाद दो अन्य आरोपियों, सैनूराम कोरम और लालूराम कोरम, को गिरतार किया गया और दिसंबर 2024 में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई।
Ratan Dubey Murder Case: स्थानीय भाजपा नेता रतन दुबे की नवंबर 2023 में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के झाराघाटी क्षेत्र के कौशलनार गांव में एक भीड़भाड़ वाले साप्ताहिक बाजार में चुनाव प्रचार के दौरान कुल्हाड़ी से हमला करके हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का उद्देश्य चुनाव को बाधित करना और स्थानीय लोगों में दहशत फैलाना था।