Paper Leak Case: वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2020 के पेपर लीक मामले में एसओजी की कार्रवाई तेज हो गई है। 50 हजार के इनामी आरोपी की गिरफ्तारी के बाद 10 फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।
जयपुर। वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2020 में पेपर लीक प्रकरण को लेकर स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप (एसओजी) की कार्रवाई तेज हो गई है। एसओजी की कई टीमें 10 फरार आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही हैं। फरार आरोपियों में परीक्षा से पहले पेपर खरीदने वाले परीक्षार्थी और गिरोह के अन्य सदस्य शामिल हैं।
एसओजी सूत्रों के अनुसार 50 हजार रुपए के इनामी जबराराम जाट की गिरफ्तारी के बाद कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने परीक्षार्थियों से 5-5 लाख रुपए लेकर उन्हें परीक्षा से पहले पेपर रटवाया था। इस मामले में एसओजी ने टोडाभीम निवासी अमन जोरवाल मीणा और उसके साले सौरभ मीणा को गिरफ्तार किया है।
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अमन, सौरभ और जबराराम को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। जांच में यह भी सामने आया है कि जबराराम से पेपर हासिल करने के बाद अमन जोरवाल ने इसे 9.50 लाख रुपए में आगे बेचा। आरोपी अमन जोरवाल वर्तमान में जयपुर विकास प्राधिकरण में लेखाकार प्रथम श्रेणी के पद पर कार्यरत है, जबकि दौसा के महुवा निवासी सौरभ मीणा सवाई माधोपुर के गुढ़ा रेंज स्थित बोदल नाका चौकी में वनरक्षक के पद पर तैनात है।