राजधानी जयपुर में मंगलवार को एक सरकारी इंजीनियर का चैंबर अचानक अखाड़ा बन गया। अपनी समस्या लेकर पहुंचे दो संगठनों के पदाधिकारियों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान किसी का मुंह तो किसी का सिर फट गया। दोनों कर्मचारी संगठनों ने एक-दूसरे पर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
जयपुर। गांधीनगर स्थित जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता (एसीई) शुभांशु दीक्षित का कक्ष मंगलवार शाम करीब 4 बजे 10 मिनट के लिए अखाड़ा बन गया। स्थिति तब बिगड़ी जब दो कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी एक साथ कक्ष में पहुंच गए और आपसी बहस मारपीट में बदल गई।
दरअसल, सोमवार को तकनीकी कर्मचारी संघ से जुड़े एक कर्मचारी से मारपीट हुई थी। इस मुद्दे पर राजस्थान वाटर वर्कर्स तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप यादव अपने पदाधिकारियों के साथ एसीई दीक्षित से वार्ता करने पहुंचे। इसी दौरान प्रांतीय नल मजदूर संगठन (इंटक) के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह शेखावत और जिला अध्यक्ष ताराचंद सैनी भी महिला कर्मचारी के साथ अभद्रता के मामले को लेकर एसीई से बात करने पहुंच गए।
इस दौरान दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए और विवाद मारपीट में बदल गया। देखते ही देखते कक्ष में लात-घूंसे चलने लगे और कुर्सियां भी फेंकी जाने लगीं। तकनीकी कर्मचारी संघ अध्यक्ष कुलदीप यादव के चेहरे पर मुक्का लगने से खून बहने लगा, वहीं जिला अध्यक्ष ताराचंद सैनी भी घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही गांधी नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में लिया। बाद में दोनों पक्ष थाने पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ मामले दर्ज कराए।
'हम एसीई के कक्ष में वार्ता कर रहे थे, इतने में कर्मचारी नेता संजय सिंह और ताराचंद सैनी आए और हमारे ऊपर हमला कर दिया।' -कुलदीप यादव, अध्यक्ष, राजस्थान वाटर वर्कर्स तकनीकी कर्मचारी संघ
'गांधीनगर कार्यालय में महिला कर्मचारी के साथ अभद्रता के मामले में एसीई से बात करने पहुंचे थे। इसी दौरान तकनीकी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने हमारे साथ मारपीट शुरू कर दी।' -संजय सिंह शेखावत, अध्यक्ष, प्रांतीय नल मजदूर संगठन (इंटक)
'मैं एक संगठन के पदाधिकारियों से वार्ता कर रहा था, तभी दूसरे संगठन के पदाधिकारी बिना अनुमति आए और मारपीट शुरू कर दी। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है।' -शुभांशु दीक्षित, अतिरिक्त मुख्य अभियंता