एआइ से रेलवे के बेस किचन पर नजर रखी जा रही है, किचन में चूहे, कॉकरोच दिखते ही जिम्मेदारों पर रेलवे करेगा कार्रवाई
जयपुर। रेल यात्रियों की ट्रेनों में मिलने वाली शिकायतों को दूर करने और खाने की गुणवत्ता में सुधार के लिए रेलवे अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एआइ का उपयोग कर रहा है। इसकी शुरुआत हो चुकी है और उत्तर पश्चिम रेलवे के 39 में से 12 बेस किचन इस प्रणाली से जुड़ गए है। इसमें जयपुर के चार बेस किचन भी शामिल है। इनकी लाइव मॉनिटरिंग दिल्ली में बने वॉर रूम से की जा रही है।
शिकायतों का समाधान
यात्री अक्सर खाने की गुणवत्ता को लेकर शिकायत करते हैं और कई बार खाने में कॉकरोच मिलने की भी घटनाएं सामने आई हैं। यात्रियों ने यह भी बताया है कि कई बार खाना परोसने वाले कर्मचारियों ने दस्ताने या कैंप नहीं पहने होते। इन समस्याओं को दूर करने के लिए रेलवे और आइआरसीटीसी ने एआइ का उपयोग करने की पहल की है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के 12 बेस किचन की मॉनिटरिंग
रेलवे ने देशभर के 800 से अधिक बेस किचन को एआइ से जोड़ा हैए जिसमें उत्तर पश्चिम रेलवे के 39 किचन शामिल हैं। इनमें से 12 किचन अब तक जुड़ चुके हैंए जबकि बाकी 27 किचन 10 नवंबर तक जुड़ जाएंगे।
एआइ से ऐसे होगी निगरानी
यदि किचन में कॉकरोच या चूहा दिखाई देता है, तो एआइ संबंधित किचन की शिकायत का संदेश वॉर रूम में भेज देगा। जिसमें शिकायत का समय और तारीख की जानकारी भी होगी। इसके अलावाए यदि किचन में निर्धारित समय में सफाई नहीं की गई, तो भी शिकायत पहुंच जाएगी। शिकायत मिलने पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खास बात यह है कि इसमें कोई भी बहाना नहीं बना सकेगा या झूठ नहीं बोल सकेगा। देशभर में रेलवे के कई बेस किचन है और शिकायतों को फोन पर दर्ज करना हमेशा आसान नहीं होता। इसलिए रेलवे और आईआरसीटीसी ने नवाचार कर एआइ का उपयोग शुरू किया है। जिससे शिकायत मिलते ही संबंधित व्यक्ति पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी।
बेस किचन की लाइव मॉनिटरिंग
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आईआरसीटीसी के दिल्ली स्थित मुख्यालय में एक वॉर रूम बनाया गया है। जहां से टीवी स्क्रीन पर रियल टाइम में किचन की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। अब तक देशभर के 297 किचन को लाइव जोड़ा गया है और वहां की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। यदि कोई कर्मचारी किचन में बिना दस्ताने या कैंप के प्रवेश करेगा। तो एआइ तुरंत इसकी शिकायत वॉर रूम तक पहुंचा देगा, और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।