Jaipur News: अनजान महिलाओं से वीडियो कॉल पर बातचीत करते हैं जो बाद में उन्हें नग्न वीडियो भेजने को मजबूर कर देती हैं। इसके बाद ठग उन वीडियो का इस्तेमाल करके पीड़ितों को ब्लैकमेल करने लगते हैं।
Cyber Fraud Case From Digital Platform: डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अय्याशी लोगों को भारी पड़ रही है। ऑनलाइन माध्यमों से चिपके रहने वाले धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
वीडियो कॉल पर महिलाओं के नग्न वीडियो देखकर ठगी का शिकार होना आम बात हो गई है। आए दिन ऐसी वारदात के समाचार प्रकाशित होने के बाद भी लोग सतर्क नहीं हो रहे। इन सबके बावजूद कई युवक सोशल मीडिया या ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स के जरिये कॉल गर्ल्स से जुड़ने की फिराक में रहते हैं।
इस दौरान वे अनजान महिलाओं से वीडियो कॉल पर बातचीत करते हैं जो बाद में उन्हें नग्न वीडियो भेजने को मजबूर कर देती हैं। इसके बाद ठग उन वीडियो का इस्तेमाल करके पीड़ितों को ब्लैकमेल करने लगते हैं। जयपुर रेंज आइजी राहुल प्रकाश ने ठगी के दो उदाहरण बताते हुए लोगों को सावधान किया है, ताकि वे ऐसी वारदात से बच सकें।
जयपुर रेंज में आए एक मामले के अनुसार एक व्यक्ति को वाट्सऐप पर एक महिला की तरफ से संदेश मिला। डीपी पर महिला की फोटो लगी थी। वाट्सऐप चैट शुरू की। चैट में महिला ने खुद के बारे में बताया और पीड़ित से उसकी जानकारी ली। इसके बाद महिला ने खुद के कुछ फोटो भेजे, जिनमें कुछ आपत्तिजनक थे। फिर पीड़ित व्यक्ति को कुछ फोटो भेजने को तैयार किया।
इनमें पीड़ित के आपत्तिजनक फोटो भी मंगवा लिए। फिर पीड़ित को मैसेज भेज मिलने की बात कही। लड़की ने मिलने की जगह बताई और कहा कि कार से आएगी और फिर वहां से होटल साथ चलेंगे।
पीड़ित बताई गई जगह पहुंच गया लेकिन वहां तीन बदमाश पहले से इंतजार कर रहे थे। तीनों ने पीड़ित को पकड़ लिया और उसके द्वारा भेजी गई सभी फोटो दिखाईं। आपत्तिजनक फोटो दिखाकर ब्लैकमेल कर गाड़ी में बैठा लिया। पीड़ित को धमका कर उसके खाते से ऑनलाइन रकम ट्रांसफर करवा ली। बाद में सुनसान में छोड़कर भाग गए।
शहर में कई गैंग ऐसी हैं जिसमें एस्कॉर्ट सर्विस (कॉल गर्ल) के नाम पर लोगों से ऑनलाइन संपर्क किया जाता है। संपर्क के बाद बुकिंग के नाम पर 5 से 7 हजार रुपए लिए जाते। बाद में होटल का रूम बुक करवाने के नाम पर पैसे लेते। फिर सिक्योरिटी के नाम पर पैसे ट्रांसफर करवाते।
जब तक व्यक्ति पैसे देने को तैयार रहता तब तक उससे अलग-अलग मद में पैसे लेते। जब व्यक्ति को ठगी का पता चलता तब गैंग के सदस्य उक्त व्यक्ति के मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर देते हैं। इस तरह की ठगी के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं।