Pravasi Rajasthani Divas : जयपुर में आज प्रवासी राजस्थानी दिवस मनाया जा रहा है। जयपुर में आठ प्रमुख सेंटरों पर निवेश, तकनीक और अवसरों पर मंथन होगा। इसका मकसद सिर्फ राजस्थान के विकास का नया मानचित्र गढ़ना होगा।
Pravasi Rajasthani Divas : प्रवासी राजस्थानी दिवस के तहत बुधवार को आठ प्रमुख सेंटरों पर अलग-अलग सत्रों में देश-दुनिया के विशेषज्ञ, उद्योगपति, केंद्रीय व राज्य मंत्री और अफसर नई तकनीकों, निवेश बढ़ाने, शिक्षा-स्वास्थ्य सुधार, ऊर्जा और जल प्रबंधन, पर्यटन, खनन, उद्योग, कौशल विकास और वैश्विक सहयोग जैसे विषयों पर मंथन करेंगे।
कहीं नवीकरणीय ऊर्जा में बैटरी स्टोरेज की जरूरत पर चर्चा होगी, तो कहीं इको-टूरिज्म का रोडमैप तैयार होगा। शिक्षा में डिजिटल लर्निंग और स्टार्टअप इनोवेशन, स्वास्थ्य में ‘सिक-केयर से वेल-केयर’, खनन में तकनीकी बदलाव, उद्योग में नई नीतियां और जल के सत्र में संरक्षण व रीसायकल तकनीक पर विचार-विमर्श होगा
देश में इंडिगो की लगातार रद्द हो रही फ्लाइट्स के कारण देश-विदेश से आने वाले कई प्रवासी राजस्थानियों के कदम रोक दिए। कई प्रवासियों का शेड्यूल बिगड़ने से तय समय पर जयपुर नहीं पहुंच पाए। मंगलवार रात तक कई उड़ान ही नहीं भर सके थे। बताया जा रहा है कि कुछ प्रवासियों ने तो यात्रा ही टाल दी। न्यूयार्क में बसी और वहां राजस्थान चेप्टर की अध्यक्ष तीन दिन पहले बेंगलूरु पहुंची, जहां से उन्हें दूसरी एयरलाइन की फ्लाइट में महंगी टिकट लेना पड़ा। अन्य कई उद्योगपति बीच में अटक गए और दूसरे परिवहन के साधनों से जयपुर के लिए रवाना हुए।
उधर, यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन (बीआईपी) और राजस्थान फाउंडेशन अधिकारियों का कहना है कि 8700 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन होने के बाद पंजीकरण बंद करना पड़ा है। 7 हजार पास जारी करने के बाद मंगलवार को 700 पास और छपवाए गए।
इस सत्र में राजस्थान फाउंडेशन के देश-विदेश के चैप्टर अध्यक्ष शामिल होंगे। चर्चा का मुख्य विषय होगा- अगले एक वर्ष में प्रवासी राजस्थानियों की निवेश, सामाजिक योगदान और रोजगार सृजन में संभावित भूमिका। वैश्विक कंपनियों से निवेश बढ़ाने, व्यापार विस्तार और कौशल विकास के नए अवसरों पर भी विचार होगा।
सत्र में विशेषज्ञ बैटरी स्टोरेज सिस्टम की क्षमता, आवश्यकता और भविष्य की तकनीकों पर चर्चा करेंगे। साथ ही सौर-पवन ऊर्जा, ट्रांसमिशन नेटवर्क और ग्रीन ट्रांजिशन को गति देने पर भी विचार होगा। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के चेयरमैन, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के सीएमडी और ऊर्जा क्षेत्र की कई कंपनियों के एमडी-सीईओ इसमें शामिल होंगे।
पर्यटन सत्र का विषय होगा- ‘राजस्थान के पर्यटन के नए क्षितिज’। इसमें इको-टूरिज्म, हेरिटेज संरक्षण, वैश्विक स्तर पर राजस्थान की पहचान को मजबूत बनाने और प्रवासी राजस्थानियों की भूमिका पर चर्चा होगी। रिकांत पिट्टी, हेरिटेज विशेषज्ञ संदीप नवलखा और कोलकाता के सुंदीप भूटोरिया प्रमुख वक्ता होंगे। नई पर्यटन नीति भी जारी की जाएगी।
विशेषज्ञ नई शिक्षा नीति, डिजिटल लर्निंग, स्टार्टअप इनोवेशन और उद्योग-अकादमिक सहयोग को मजबूत करने पर विचार रखेंगे। निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति, आइआइटी जोधपुर के निदेशक, प्रमुख स्टार्टअप्स के को-फाउंडर और कई शिक्षाविद सुझाव प्रस्तुत करेंगे। मुख्यमंत्री शिक्षा-कौशल पर आधारित कॉफी टेबल बुक भी जारी करेंगे।
खनन क्षेत्र में नई तकनीक, कौशल विकास, निवेश संभावनाएं और उद्योग-शोध समन्वय पर चर्चा होगी। राजस्थान में पेट्रोलियम की संभावनाओं पर विशेष फोकस रहेगा। आइआइटी हैदराबाद के निदेशक, आइआरइएल के निदेशक और बड़ी खनन कंपनियों के प्रमुख अपने अनुभव साझा करेंगे।
’सिक-केयर से वेल-केयर’ मुख्य विषय रहेगा। प्रवासी विशेषज्ञ नई तकनीकों, मानसिक स्वास्थ्य, कैंसर स्क्रीनिंग, समुदाय आधारित स्वास्थ्य मॉडल और डिजिटल हेल्थ सेवाओं पर विचार प्रस्तुत करेंगे। डॉटर्स ऑफ राजस्थान फाउंडेशन, इंडिया एजुकेशन ट्रस्ट और विभिन्न हेल्थ-टेक कंपनियों के प्रमुख भी शामिल होंगे।
औद्योगिक परिदृश्य पर आधारित विशेष फिल्म दिखाई जाएगी। खनिज, सीमेंट, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रिक वाहन, ऑटो पार्ट्स और इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रचर से जुड़े उद्योगपति निवेश संभावनाओं पर विचार रखेंगे। इसी दौरान जीसीसी पॉलिसी, ट्रेड प्रमोशन पॉलिसी और वेंचर कैपिटल फंड 4.0 लॉन्च किए जाएंगे।
अपशिष्ट जल रीसायकल, जेडएलडी तकनीक, शहरी जल प्रबंधन, कृषि जैव-प्रौद्योगिकी और जल संरक्षण के नए नवाचारों पर विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करेंगे। जल संसाधन से जुड़े कई संस्थानों और कंपनियों के प्रतिनिधि इसमें हिस्सा लेंगे।