Rajasthan Electricity : राजस्थान में सर्दियों के 4 महीनों (नवंबर से फरवरी) के दौरान राज्य में बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने का आकलन किया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल ने ऊर्जा मंत्री से लेकर ऊर्जा सचिव तक कहा है कि किसी भी हाल में पावर कट बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
Rajasthan Electricity : राजस्थान में सर्दियों के 4 महीनों (नवंबर से फरवरी) के दौरान राज्य में बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने का आकलन किया गया है। इस दौरान पीक डिमांड 20300 मेगावाट तक जाने की संभावना है। यह पिछले साल इसी अवधि में 19165 मेगावाट पीक की तुलना में करीब 1100 मेगावाट अधिक है।
उर्जा विकास निगम के अधिकारियों के मुताबिक अनुमानित मांग और उपलब्ध बिजली के बीच 2000 से 2500 मेगावाट की कमी है। इस गेप को दूर करने के लिए शॉर्ट-टर्म अनुबंध किए जा रहे हैं। साथ ही एक्सचेंज से बिजली लेने का प्लान भी तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल ने ऊर्जा मंत्री से लेकर ऊर्जा सचिव तक कहा है कि किसी भी हाल में पावर कट बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
अधिकारियों ने बताया कि इस बार की बढ़ी हुई मांग के पीछे 2 बड़े कारण हैं। पहला रबी सीजन होने के कारण सिंचाई के लिए बिजली की जरूरत है। दूसरा इस बार बारिश अच्छी होने से फसल बुवाई का दायरा भी बढ़ने की संभावना जताई गई है। इसी कारण पिछले वर्षों की तुलना में इस बार ज्यादा बिजली डिमांड का आकलन किया गया है।