Chhattisgarh Congress Leader Suicide: जांजगीर चांपा में कांग्रेस नेता पंचराम यादव ने अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घटना में नेता के बड़े बेटे नीरज की सिम्स में उपचार के दौरान सबसे पहले मौत हो गई।
Congress Leader Suicide: लोगों को यकीक नहीं हो रहा है कि कल तक खिलखिलाने वाला परिवार अब एक साथ खामोश कैसे हो गया। दोनों युवक बहुत सहज, सरल स्वभाव के धनी थे। मोहल्लेवासियों का कहना है कि सभी से मिल जुलकर रहने वाला परिवार यह खौफनाक कदम कैसे उठा लिया। फिलहाल पुलिस पंचराम यादव के मकान को सील कर लिया है। साथ ही हर एक एंगल से जांच की जा रही है। अभी मौत के कारणों का स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं मिली है। फिलहाल कर्ज से मौत को गले लगाने की बात सामने आ रही है।
सामूहिक आत्महत्या मामले में पुरानी बस्ती में रविवार को एक ही परिवार के पति-पत्नी व दो पुत्र सहित चार लोगों की अर्थी एक साथ उठी तो पूरे मोहल्ले के साथ शवयात्रा को देखने वाले लोगों की आंखें भी नम हो गई। 30 अगस्त को जहर पीकर कांग्रेस नेता पंचराम यादव के परिवार ने सामूहिक आत्महत्या कर ली थी।
रविवार को देर शाम चारों शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद रविवार की देर शाम अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में पूरे शहरवासी उमड़ पड़े। इस दौरान चर्चा भी हो रही थी कि पंचराम यादव सहज, सरल स्वभाव होने के कारण आखिर उन्होंने अपने दो बेटों व पत्नी के साथ सामूहिक खुदकुशी क्यों की।
इस दौरान भाजपा व कांग्रेस सहित अन्य जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे। मृतक पंचराम के भतीजे ने चारों को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के दौरान घर के पास और शवयात्रा में एक हजार से अधिक लोग उमड़ पड़े। कोई भी घटना के अगले दिन तक यह विश्वास करने को (Congress Leader Suicide) तैयार नहीं था कि एक दिन पहले तक खिलखिलाने वाला पूरा परिवार खामोश हो गया। सभी लोगों में इस बात के चर्चे रहे कि आखिर पंचराम और उनकी पत्नी दिनेश नंदनी ने बेटा नीरत व सूरज के साथ ऐसा कदम कैसे और क्यों उठा लिया। पूरा परिवार ने मौत को गले लगा लिया।
अब केवल उसकी बेटी बची हुई, जिसकी शादी भी हो गई। इससे मौत का कारण भी पता नहीं चला पा रहा है। मोहल्लेवासियों ने बताया कि पंचराम के दोनों पुत्र नीरज व सूरज आपस में राम लक्ष्मण जैसे रहते थे। साथ ही कोई नशा सहित अन्य काम नहीं करते थे। पंचराम सुबह 6 नहा धोकर पूजा पाठ सामने शिव मंदिर करके बैठे थे। पूरा परिवार सुबह खिलखिलाने वाला अचानक खामोश कैसे हो गया, मोहल्लेवासियों को यकीन नहीं हो रहा है। फिलहाल पुलिस भी तलाश में जुटी हुई है।
मोहल्लेवासियों की माने तो पंचराम व उसकी पत्नी की तबियत खराब होते रही है। साल भर पहले पंचराम का एक बड़ा ऑपरेशन भी हुआ था। लेकिन इसके बावजूद पंचराम कभी हार मानने (Congress Leader Suicide) वाले व्यक्ति नहीं थे। वे छोटे-मोटे वाद विवाद को ऐसे ही निपटा देते थे। इतना बड़ा खौफनाक कदम क्यों उठाया, जानकारी ही नहीं है।
घटना के बाद रविवार की दोपहर ढाई बजे के करीब संयुक्त कलेक्टर व एसडीएम मामले की जांच के लिए पहुंचे। जांच के दौरान उन्हें आशंका थी कि कहीं पंचराम ने सुसाइड नोट छोड़ा होगा। लेकिन ऐसा कुछ मिला नहीं। इस दौरान पुलिस के द्वारा घर को सील किया गया था, जिसे अफसरों की टीम ने खोलकर फिर से जांच की और फिर से सील किया। इस दौरान घर के अंदर बॉटल में एक लीटर पेट्रोल व दो कीटनाशक दवा के डिब्बे मिले। इस दौरान मौके पर डॉक्टरों की टीम भी मौजूद रही।
इससे पहले एसपी विवेक शुक्ला ने रविवार की सुबह खुद मौका मुआयना किया था। एसपी की टीम ने घर के कोने कोने की तलाश की लेकिन उन्होंने सुसाइड ही नहीं छोड़ा था। इसके कारण पुलिस की टीम को खुदकुशी के वास्तविक कारणों का पता नहीं चल पाया। अब पुलिस की टीम सोमवार को उसके परिजनों से पूछताछ करेगी। इससे घटना का कुछ खुलासा हो सकता है।
शहर के लोगों का कहना है कि पंचराम यादव का परिवार आर्थिक मामलों को लेकर तंगी से जूझ रहा था। खासकर कोविड की वजह से उनका कारोबार मद्दा था। व्यवसाय (Congress Leader Suicide) चल नहीं रहा था। इससे कर्ज से परेशान थे। वहीं पंचराम ठेकेदारी में काम कर रहा था वहां से भी उनके कामों का भुगतान नहीं हो पाया था। जिससे पूरा परिवार परेशान था।