Paddy Procurement: धान खरीदी के लिए लिमिट बढ़ा दी गई है। इससे धान खरीदी केंद्रों में आवक बढ़ गई है। 17 लाख क्विंटल से ज्यादा की खरीदी हो चुकी है। हालांकि लिमिट बढऩे के बावजूद धान बेचने किसानों में होड़ मची है।
Paddy Procurement: धान खरीदी के लिए लिमिट बढ़ा दी गई है। इससे धान खरीदी केंद्रों में आवक बढ़ गई है। 17 लाख क्विंटल से ज्यादा की खरीदी हो चुकी है। हालांकि लिमिट बढऩे के बावजूद धान बेचने किसानों में होड़ मची है। इससे स्थिति ऐसी हो गई है कि पोर्टल खुलते ही कुछ समय बाद टोकन खत्म हो जा रहा है। हालात यह है कि आज की तारीख में टोकन लेने पर किसानों को सीधा जनवरी माह में तारीख मिल पा रही है। कई किसानों का कहना है कि 15 से 20 दिन बाद की तारीख का टोकन मिला है।
जिले में धान खरीदी ने अब रफ्तार पकड़ ली है। उपार्जन केंद्रों में आवक बढ़ती जा रही है। धान खरीदी 31 जनवरी तक चलेगी। इसमें दिसंबर माह का भी दूसरा सप्ताह बीत गया है। ऐेसे में अब किसान भी जल्दी से जल्दी अपना धान बेचना चाह रहे हैं, लेकिन टोकन नहीं मिल पा रहा है। इधर किसानों का कहना है कि अभी टोकन लेने पर 15 से 20 दिन बाद का टोकन मिला है। ऐसे में धान को 20 दिनों तक घर पर रखना पड़ेगा, इससे सूखत से किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ेगा।
इधर खरीदी के साथ ही उपार्जन केंद्रों में धान जाम होने लगा है। जिले के उपार्जन केंद्रों में अभी 8 लाख क्विंटल से ज्यादा का धान उठाव के लिए शेष है। कई केंद्रों में बफर लिमिट क्रास होने लगा है। ऐसे में धान उठाव की रफ्तार नहीं बढ़ी तो आने वाले दिनों में धान खरीदी भी प्रभावित हो सकती है।