पुलिस ने बताया कि 18 वर्षीय युवती की शादी भालता थाना इलाके में एक गांव में हुई थी। बीते 11-12 सितम्बर की रात वह अपनी बहन के घर से एक युवक के साथ भाग गई।
झालावाड़। भालता थाना क्षेत्र के एक गांव से एक युवक के साथ भागी विवाहिता को जब ससुराल और पीहर पक्ष दोनों ने ही अपने पास रखने से इनकार कर दिया तो विवाहिता ने सखी वन स्टॉप सेंटर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पूरा मामला मंगलवार दोपहर का बताया जा रहा है, जहां पर विवाहिता ने पंखे से गले में चुन्नी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि राजगढ़ (मध्यप्रदेश) की रहने वाली 18 वर्षीय युवती की शादी भालता थाना इलाके में एक गांव में हुई थी। वह पिछले डेढ़ साल से ससुराल में रह रही थी। इसकी बहन का विवाह भी पास के गांव में हुआ है। वह अक्सर अपनी बहन के यहां आती रहती थी। बीते 11-12 सितम्बर की रात वह अपनी बहन के यहां गई थी। वहां से वह एक युवक के साथ भाग गई। परिजनों ने इसकी सूचना भालता थाने में दी थी।
सोमवार को विवाहिता युवक के साथ पुलिस के सामने पेश हो गई। बालिग होने के कारण पुलिस ने उसके ससुराल और पीहर पक्ष को बुलाया। दोनों पक्षों ने उसे अपने साथ रखने से मना कर दिया। इस पर पुलिस ने विवाहिता को झालावाड़ स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर भिजवा दिया। यहां विवाहिता ने मंगलवार दोपहर कमरे में छत के पंखे से चुन्नी से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना के समय वह कमरे में अकेली थी।
सखी सेंटर की कर्मचारी ने खिड़की से उसे फंदे पर लटका देखा तो कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस सखी वन स्टॉप सेंटर पहुंची और शव को उतरावकर एसआरजी चिकित्सालय लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने विवाहिता के पीहर पक्ष को सूचना दी है। वे राजगढ़ से रवाना हो गए। उनके आने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।