मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विपक्ष पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग अरावली पर्वतमाला को लेकर जनता के बीच भ्रम फैला रहे हैं। इन लोगों ने चेहरा देखकर काम किया है।
जोधपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को जोधपुर के रामलीला मैदान में पश्चिमी राजस्थान हस्तशिल्प उत्सव का औपचारिक उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पिछली सरकारें 'चेहरा देखकर' काम करती थीं, जबकि वर्तमान सरकार ने नीतिगत आधार पर प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में समान रूप से विकास कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि विकास के लिए धन आवंटन में किसी क्षेत्र के साथ भेदभाव नहीं किया गया है।
मुख्यमंत्री ने जोधपुर से अपने लंबे जुड़ाव का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा कोई महीना नहीं जाता जब वे एक-दो बार जोधपुर न आए हों। संगठन के दिनों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि जब वे जोधपुर संभाग के प्रभारी थे, तब महीने में आठ-दस दिन इसी क्षेत्र में रहते थे। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास और संवाद ही सरकार की सबसे बड़ी ताकत है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि पांच साल में जो काम नहीं हुआ, वह वर्तमान सरकार ने दो साल में कर दिखाया है। अरावली क्षेत्र को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम पर उन्होंने स्पष्ट किया कि वहां किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष केवल अफवाहें फैलाने और जनता को गुमराह करने का काम कर रहा है। एसआईआर मुद्दे पर उन्होंने दो टूक कहा कि देश में एक भी घुसपैठिए को रहने नहीं दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह 'मोदी का जमाना' है, जहां 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा' के सिद्धांत पर सरकार काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ, जबकि पिछली सरकार के कार्यकाल में सैकड़ों लोग इस मामले में जेल पहुंचे। उन्होंने कहा कि अब जनता सब समझ चुकी है और पुराना 'जादू' दोबारा चलने वाला नहीं है।
हस्तशिल्प उत्सव और उद्योग मेलों के महत्व पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन देश की अर्थव्यवस्था की मजबूत नींव हैं। जोधपुर ने हस्तशिल्प के क्षेत्र में वैश्विक पहचान बनाई है। उन्होंने बताया कि 'राइजिंग राजस्थान' के तहत 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए हैं, जिनमें से आठ लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट धरातल पर उतर चुके हैं। सरकार नई युवा नीति ला रही है, ताकि युवा नौकरी मांगने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बने। साथ ही जल आपूर्ति के लिए इंदिरा गांधी नहर, नर्मदा, जवाई बांध और यमुना जल परियोजनाओं पर भी कार्य किया जा रहा है।