जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 26 और 27 दिसंबर को दो दिवसीय कुरजां महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव का आगाज विश्वप्रसिद्ध कुरजां नगरी खींचन से होगा, जिसमें सांस्कृतिक व पर्यटन गतिविधियां आकर्षण रहेंगी।
फलोदी। जिले को पर्यटन की दृष्टि से नई पहचान दिलाने के उद्देश्य से इस वर्ष आयोजित होने वाला दो दिवसीय कुरजां महोत्सव खास आकर्षण का केंद्र बनेगा। महोत्सव का विधिवत आगाज शुक्रवार को विश्वप्रसिद्ध कुरजां नगरी खींचन ग्राम से होगा, जबकि गुरुवार को फलोदी दुर्ग और खींचन के नाड़ी तालाब पर दीपदान कार्यक्रम हुए।
शुक्रवार को सुबह सवा आठ बजे खींचन ग्राम से महोत्सव का आगाज होगा। इस दौरान लोक कलाकारों की मौजूदगी में खींचन की ऐतिहासिक हवेलियों का भ्रमण कराया जाएगा तथा प्रवासी पक्षी कुरजां का दृश्यावलोकन कराया जाएगा, जो पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण रहेगा।
महोत्सव के तहत मेजर शैतान सिंह स्टेडियम में शुक्रवार को शाम चार बजे हस्तशिल्प उत्पादों और चित्रकला प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही कैमल डांस, कबड्डी प्रतियोगिता, मल्ला श्री सहित विभिन्न खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम दर्शकों को आकर्षित करेंगे।
शुक्रवार रात्रि को आयोजित सांस्कृतिक संध्या में राजस्थान के प्रख्यात लोकगायक सवाई भाट और इंडियन आइडल फेम गायिका रेनू नागर अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगी। इसके अलावा स्थानीय लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां भी कार्यक्रम को रंगारंग बनाएंगी।
27 दिसंबर को सुबह दस बजे लटियाल माता मंदिर प्रांगण से रानीसर तालाब तक शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद स्टेडियम में फैंसी ड्रेस, साफा बांध प्रतियोगिता, मिस्टर और मिसेज फलोदी, मटका दौड़ सहित कई मनोरंजक प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।
फलोदी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 26 और 27 दिसंबर को कुरजां महोत्सव आयोजित किया जाएगा। आमजन से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर महोत्सव को सफल बनाने की अपील की गई है।