Kanpur news कानपुर नगर निगम की बैठक में पक्ष और विपक्ष दोनों ने एक साथ मिलकर हाउस टैक्स पर ब्याज लगाने का विरोध किया। भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी का भी उन्हें साथ मिला।
Kanpur News कानपुर नगर निगम की हंगामेदार बैठक हुई। जिसमें भाजपा पार्षद ने हाउस टैक्स बढ़ाए जाने का विरोध किया। इसके साथ ही विपक्षी पार्षदों ने नगर कार्यालय में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हमारे परिवार के सदस्य का जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है। भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने भी हाउस टैक्स का मुद्दा उठाया बोले या गलत है। मेयर प्रमिला पांडे ने कहा कि हाउस टैक्स के संबंध में लोगों को जानकारी नहीं मिल पाई है। इससे परेशानी हो रही है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में नगर निगम की बैठक में हाउस टैक्स और उस पर लगे ब्याज पर गरमा गरम बहस हुई। भाजपा पार्षद धीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि 2022 में बढ़ाए गए टैक्स पर ब्याज लगाया गया है। इस पर अलग से चर्चा की जाए। जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए बैठक बुलाई जाने की मांग की। इस दौरान पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों से जनता की समस्याओं से जुड़े सवालों को उठाया।
सपा पार्षद ने नगर निगम में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि उनके परिवार में ही बर्थ जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है। 300 से 500 रुपए घूस की मांग होती है। जन्म प्रमाण पत्र में हो रही देरी पर महापौर प्रमिला पांडे ने भी अधिकारियों से जवाब देने को कहा है।
दिवाली के पहले वार्डों में लाइट की व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर पार्षदों ने कहा कि संबंधित अधिकारी काफी लापरवाही बरत रहे हैं। दिवाली के पहले लाइट दुरुस्त कर ली जाए। जिससे कि लोगों को परेशानी ना हो। उनके वार्डो में अंधेरा छाया हुआ है।
कांग्रेस पार्षद शिबू अंसारी ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि उनकी फाइलों पर आपत्ति लगाकर नगर निगम कार्यालय भेज दिया जाता है और इसके संबंध में उन्हें कोई जानकारी भी नहीं हो पाती है कि आखिर आपत्ति क्यों लगाई गई है? इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि फाइलों का अध्ययन करने के बाद उसमें साइन किया जाता है। अधिकांश फाइलें साइन कर दी जाती हैं। अगर फाइलों में केवल साइन ही करना हो तो सारी फाइलें ऐसे ही साइन हो जाएंगी। लेकिन देखना जरूरी होता है।
कांग्रेस पार्षद हाजी सुहेल ने कहां की टैक्स को लेकर क्षेत्र की जनता उनसे सवाल पूछता है कहती है कि नगर निगम ने टैक्स बढ़ा दिया है जबकि टैक्स बढ़ाने के संबंध में उन लोगों से कोई चर्चा भी नहीं हुई और टैक्स बढ़ा दिया गया उन्होंने बड़े हुए टैक्स का पैरामीटर पूछा कि किस आधार पर बढ़ाया जाता है।