कानपुर

दुल्हन बोली- वह लुटेरी नहीं बल्कि दरोगा लूटेरा दूल्हा है, जिसने शादी के नाम पर उससे स्कॉर्पियो ली

Robber bride vs. robber groom कानपुर में लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार करने वाली पुलिस को बड़ा झटका लगा। रिमांड में लेने गई थी। लेकिन अदालत ने रिहा करने का आदेश दे दिया। अब महिला दरोगा पति पर गंभीर आरोप लगा रही है।

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Nov 19, 2025
फोटो सोर्स- पत्रिका

Robber bride vs. robber groom कानपुर में लुटेरी दुल्हन के नाम से गिरफ्तार की गई महिला ने अपने दरोगा पति के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं।‌ उन्होंने कहा कि कौन सी दुल्हन होगी जो शादी के लिए पति को स्कॉर्पियो देगी? दरोगा किसी न किसी बहाने उससे रुपए लेता रहा है। जिसके पास अपना एक शौचालय नहीं था। उससे पैसे लेकर घर बनवा लिया। ‌नौकरी के नाम पर भी रुपए लिए हैं। इधर पुलिस को अदालत से बड़ा झटका लगा। जब लुटेरी दुल्हन के नाम पर गिरफ्तार महिला को अदालत ने बीते मंगलवार को रिहा करने का आदेश दिया था। पुलिस महिला को रिमांड पर लेने गई थी। इधर दरोगा ने बताया कि महिला के लगाए गए आरोप झूठे हैं। यह जांच में यह साबित हो चुका है।

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अदालत ने दिया रिहा करने का आदेश

उत्तर प्रदेश के कानपुर में लुटेरी दुल्हन के नाम से गिरफ्तार की गई महिला को अदालत ने रिहा करने का आदेश दिया है। जेल से रिहा होने के बाद लुटेरी दुल्हन उर्फ दिव्यांशी चौधरी ने कहा कि लुटेरी दुल्हन वह नहीं है बल्कि दरोगा लूटेरा दूल्हा है। कौन सी ऐसी दुल्हन होगी जो शादी में दूल्हे को स्कॉर्पियो देगी?

क्या कहती है दिव्यांशी चौधरी?

दिव्यांशी चौधरी ने बताया कि दरोगा से 2022 में सोशल मीडिया के माध्यम से मुलाकात हुई थी। सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर दरोगा ने साढ़े 14 लाख रुपए उससे लिए। यह रुपए ऑनलाइन दिए गए थे। जिसका प्रमाण उसके पास है। जिसके पास अपना एक शौचालय नहीं था। उसने उसी रुपए से बुलंदशहर में अपना घर बनवाया। शादी के नाम पर स्कॉर्पियो गाड़ी ली। उसने पूछा, "कौन सी लुटेरी दुल्हन होगी जो शादी के लिए स्कॉर्पियो गाड़ी देगी?" दरोगा लगातार उससे किसी न किसी बहाने पैसा लेता रहा। लोन लेकर उसने पैसे दिए हैं।

महिला के आरोपों से दरोगा ने किया इंकार

10 बैंक अकाउंट होने के सवाल पर दिव्यांशी चौधरी ने बताया कि दरोगा यह आरोप लगा रहा है। वह 2016 से लगातार नौकरी कर रही है। जबकि 2018 से ऑन-रोल जॉब पर है। उसके सैलरी अकाउंट हैं। जो भी ट्रांजैक्शन हुए हैं, वे लोन के हुए हैं। यह कोई अवैध ट्रांजैक्शन नहीं है। इस संबंध में दरोगा आदित्य लोचा ने कहा कि उसके ऊपर लगाए गए सभी आरोप जांच में गलत पाए गए हैं।

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