Huge Road Accident: सवारी से भरी महिंद्रा बोलेरो और एक तेज रफ्तार ट्रक में आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
Kawardha Road Accident: कवर्धा जिले में रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सड़क दुर्घटनाओं से सड़कें खून से लाल हो रही है। रविवार की शाम को वही हुआ। चिल्फी धवईपानी के बीच अकलघरिया गांव के पास बोलेरो और ट्रक की आमने सामने टक्कर हो गई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं पांच लोग घायल हो गए।
थाना चिल्फी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घटना शाम 5 बजे चिल्फी धवईपानी के बीच अकलघरिया गांव के पास की है। जहां पर बोलेरो सीजी 07एएम 2839 और और ट्रक सीजी 06 जीयू 7674 से टक्कर हुई। बोलेरो गाड़ी में ड्राइवर सहित कुल 10 लोग सवार थे। टक्कर इतनी भयानक थी कि बोलेरो वाहन के सामने वाले हिस्से के परखच्चे उड़ गए।
इस टक्कर से बोलेरो में सवार 3 महिला,1 पुरुष, 1 बच्ची की मौत हो गई। बाकी 5 लोग भी गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका ईलाज जारी है। इसमें भी दो लोगों की हालत नाजुक है। घायलों को उपचार के लिए बोड़ला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि बोलेरो में सवार लोग पर्यटक हैं जो मध्यप्रदेश के कई पर्यटन स्थल घूमने गए थे। एक बच्ची सहित पांच लोगों की यह उनके जीवन की अंतिम यात्रा साबित हुई। इस सड़क दुर्घटना ने किसी की गोद सुनी कर दी तो कई लोगों की जीवनसंगिनी का साथ छुड़ा दिया। कई बच्चों के सिर से मां की ममता ही छीन ली। एक सड़क दुर्घटना ने कई परिवार को ही बिखेर कर रख दिया।
सड़क घटनाओं के पीछे कहीं न कहीं लापरवाही ही मुख्य कारण होता है। लापरवाही के चलते ही लोग मौत मुंह में समा जाते हैं। अधिक रफ्तार होने पर वाहन को तुरंत नियंत्रण नहीं किया जा सकता। के लिए कम से कम ५ से ६ सेकंड की आवश्यकता होती है, लेकिन इस सेकंड के बीच ही हादसा हो जाता है। वाहन में सवार होते ही लोगों को इतनी जल्दबाजी हो जाती है कि वह तुरंत ही अपनी मंजिल पर पहुंचना चाहते हैं, यह सबसे बड़ी लापरवाही साबित होती है।
बोलेरो वाहन में सवार सभी लोग एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं, जो किसी काम से एमपी के सतना गए हुए थे। वहां से बोलेरो वाहन से बिलासपुर लौट रहे थे, जिनकी रविवार रात में बिलासपुर से कलकत्ता के लिए ट्रेन थी। वे कोलकाता पश्चिम बंगाल के रहने वाले बताए जा रहे हैं। ज्यादातर घायल लोग बातचीत करने की स्थिति में नहीं थे, जिसके कारण वह पूरी जानकारी नहीं दे सके।
घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। सामान पूरी तरह से बिखरा पड़ा था। घायल यहां-वहां दर्द से तड़प रहे थे, जो ज्यादा गंभीर अवस्था में थे वह जमीन पर लेटे थे। आने-जाने वाले लोगों ने घायलों की मदद की। तत्काल चिल्फी थाना, संजीवनी 108 व डॉयल 112 को सूचना दी। जितना जल्दी हो सके घायलों को चिल्फी अस्पताल लाया गया, जिनकी हालत ज्यादा नाजुक थी उन्हें बोड़ला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया। वहां उपचार के बाद कवर्धा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जो भी वाहन दुर्घटनाओं में घायल होते हैं उसमें से अधिकतर को गंभीर चोट लगता है जिससे कईयों ने अपने हाथ, पैर, आंख आदि शरीर के अंग वाहन दुर्घटनाओं की वजह से खोए हैं। इसमें अधिकतर मोटरसाइकिल पर सवार होकर बिना हेलमेट के वाहन चला रहे थे। कुछ मालवाहक वाहनों पर बैठकर सफर कर रहे थे। कुछ लापरवाहीपूर्वक नशे की हालत में वाहन चला रहे थे तो कुछ मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाते रहते हैं। वहीं कुछ जो अपने वाहनों में सफर कर रहे थे तो सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे।
चिल्फी थाना पुलिस मृतक व घायलों के पास मिले मोबाइल, आईकार्ड के जरिए उनके परिजनों के बारे में जानकारी जुटा रही है। जिन्हें घटना के बारे में सूचना दी जा सके। वहीं बोलेरो वाहन दुर्ग जिले की पासिंग कार बताई जा रही है। चिल्फी पुलिस घटना की जांच कर रही है। ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया गया है। उसके खिलाफ अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
कबीरधाम जिले में हर माह औसतन 10 से 12 लोगाें की मौत सड़क हादसे में हो रही है। जिले में हर माह दो माह के दौरान बड़े हादसे भी होते हैं जिसमें कई लोगों की मौत हो जाती है। बीते वर्ष कुकदुर क्षेत्र में पिकअप वाहन में सवारी ढोने वाले वाहन की दुर्घटना होने पर 19 लोगों की एक साथ मौत हुई थी। वहीं दो दिन पूर्व ही मध्यप्रदेश के डिंडौरी जाने वाले पंडरिया बजाग मार्ग पर भोर सुबह भीषण सड़क हादसा हुआ। जहां कार में सवार एक दम्पत्ति की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं कार में सवार तीन लोगों को चोट आई।