Swiggy Instamart Viral Orders 2025: चेन्नई में 1 लाख के कंडोम, तो मुंबई में 16 लाख की Red Bull! रिपोर्ट देख हैरान रह जाएंगे आप, जानें भारतीयों के अजीबोगरीब शॉपिंग ट्रेंड्स।
Swiggy Instamart Viral Orders 2025: हम भारतीयों की शॉपिंग करने की आदतें वाकई गजब की हैं। कभी हम दस रुपये बचाने के लिए मोलभाव करते हैं, तो कभी लाखों रुपये बस एक क्लिक में उड़ा देते हैं। 'स्विगी इंस्टामार्ट' (Swiggy Instamart) ने साल 2025 के जो आंकड़े जारी किए हैं, उन्हें पढ़कर आप अपना सिर पकड़ लेंगे। यह रिपोर्ट सिर्फ खरीदारी की लिस्ट नहीं, बल्कि लोगों के अजीबोगरीब शौक और बदलती आदतों का एक आईना है।
सबसे पहले बात उस शख्स की जिसने सबको हैरान कर दिया है। चेन्नई के एक यूजर ने साल भर में 1,06,398 रुपये सिर्फ कंडोम खरीदने पर खर्च कर दिए। जी हां, आपने सही पढ़ा है, इन जनाब ने पूरे साल में 228 अलग-अलग ऑर्डर किए। यानी औसत देखें तो हर दूसरे दिन इनके घर कंडोम का पैकेट डिलीवर हो रहा था। इंस्टामार्ट ने भी माना कि यह उनके प्लेटफॉर्म पर कंडोम शॉपिंग का सबसे तगड़ा रिकॉर्ड है।
वहीं, मुंबई वाले भी कम नहीं हैं। वहां के एक यूजर को एनर्जी ड्रिंक का ऐसा चस्का लगा कि उसने पूरे साल में 16.3 लाख रुपये की शुगर-फ्री रेड बुल पी डाली। जरा सोचिए, इतने रुपये में एक शानदार कार आ जाती, लेकिन जनाब ने उसे पीने में उड़ा दिया।
इश्क के मामले में भी भारतीय पीछे नहीं हैं। रिपोर्ट बताती है कि वैलेंटाइन डे के दिन इंस्टामार्ट पर हर एक मिनट में 666 गुलाब के फूल बिक रहे थे। हैदराबाद का एक रोमियो तो ऐसा निकला जिसने सिर्फ गुलाब खरीदने पर ही 31,000 रुपये खर्च कर दिए। प्यार जताने का यह इंस्टेंट तरीका वाकई दिलचस्प है।
बंगलूरू के लोग अक्सर अपनी टेक-लाइफ के लिए जाने जाते हैं, लेकिन वहां के एक यूजर ने खाने-पीने में रिकॉर्ड बना दिया। इस शख्स ने साल भर में 4.36 लाख रुपये की नूडल्स (Maggi आदि) ऑर्डर कर दी। अब यह खुद खाई या हॉस्टल में बांटी, यह तो वही जाने।
उधर, हैदराबाद में किसी ने घर बैठे-बैठे 3 आईफोन-17 (iPhone 17) मंगा लिए, जिनका बिल 4.3 लाख रुपये बना। मुंबई के एक रईस ने तो हद ही कर दी, उसने ग्रॉसरी ऐप से 15 लाख रुपये से ज्यादा का सोना (Gold) ऑर्डर कर दिया।
हिंदुस्तानी खर्च करने के साथ-साथ लोग दिलदारी दिखाने में भी पीछे नहीं रहे। बंगलूरू के एक यूजर ने डिलीवरी करने वाले लड़कों (Delivery Partners) को साल भर में 68,600 रुपये सिर्फ टिप के तौर पर दे दिए। वहीं चेन्नई में भी एक यूजर ने करीब 60 हजार रुपये टिप में बांटे।
क्विक कॉमर्स का जादू देखिए, जहां लोग लाखों खर्च कर रहे हैं, वहीं बंगलूरू के एक आलसी (या स्मार्ट) यूजर ने सिर्फ 10 रुपये का प्रिंटआउट भी घर पर मंगाया।
ये आंकड़े साफ इशारा करते हैं कि अब इंस्टेंट डिलीवरी सिर्फ दूध-ब्रेड या धनिया मंगाने के लिए नहीं रह गई है। चाहे कंडोम हो, आईफोन हो या लाखों का सोना, भारत अब अपनी हर छोटी-बड़ी जरूरत (और शौक) के लिए मोबाइल ऐप्स का आदी हो चुका है।