Sperm Count Food: आजकल बदलती लाइफस्टाइल, तनाव और गलत खान-पान की वजह से कई पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने की समस्या देखी जा रही है। अच्छी बात यह है कि कुछ नेचुरल फूड्स को रोजमर्रा की डाइट में शामिल करके स्पर्म की संख्या और गुणवत्ता को बेहतर किया जा सकता है।
Sperm Count Food: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, गलत खान-पान, तनाव और अनहेल्दी आदतों का असर पुरुषों की फर्टिलिटी पर साफ नजर आने लगा है। स्पर्म काउंट कम होना अब सिर्फ उम्र से जुड़ी समस्या नहीं रही, बल्कि लाइफस्टाइल से जुड़ा एक आम हेल्थ इश्यू बन चुका है। अच्छी बात यह है कि सही डाइट अपनाकर इस स्थिति में सुधार किया जा सकता है। कुछ पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स नेचुरल तरीके से स्पर्म काउंट और उसकी क्वालिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। अगर आप भी बिना दवाओं के फर्टिलिटी सुधारना चाहते हैं, तो ये 10 फूड्स आपकी डेली डाइट का हिस्सा बन सकते हैं।
अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो स्पर्म की मूवमेंट और हेल्थ के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। रोज़ाना थोड़ी मात्रा में अखरोट खाने से स्पर्म की क्वालिटी बेहतर हो सकती है।
डार्क चॉकलेट में मौजूद L-arginine नाम का अमीनो एसिड स्पर्म काउंट और सीमन वॉल्यूम को सपोर्ट करता है। सीमित मात्रा में डार्क चॉकलेट लेना फायदेमंद हो सकता है।
पालक फोलिक एसिड का अच्छा स्रोत है, जो स्पर्म हेल्थ के लिए ज़रूरी पोषक तत्व माना जाता है। यह स्पर्म काउंट को सपोर्ट करने के साथ-साथ उसकी क्वालिटी को भी बेहतर बना सकता है।
अंडों में प्रोटीन और विटामिन E भरपूर मात्रा में होता है। विटामिन E स्पर्म को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करता है, जिससे स्पर्म हेल्दी रहते हैं।
केले में मौजूद ब्रोमेलैन एंजाइम हार्मोन बैलेंस में मदद करता है। साथ ही इसमें विटामिन A, B और C होते हैं, जो स्पर्म की हेल्थ के लिए जरूरी हैं।
कद्दू के बीज जिंक का बेहतरीन स्रोत हैं। ज़िंक टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है, जो स्पर्म काउंट और मोटिलिटी को प्रभावित करता है।
लहसुन में सेलेनियम और एलिसिन पाए जाते हैं। यह ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है और स्पर्म की मूवमेंट को सपोर्ट कर सकता है।
अनार एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह स्पर्म को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में मदद करता है और उनकी क्वालिटी सुधार सकता है।
टमाटर में लाइकोपीन नाम का शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो प्रदूषण और टॉक्सिन्स से होने वाले नुकसान से स्पर्म को बचाने में मदद कर सकता है।
ऑयस्टर जिंक का सबसे अच्छा नेचुरल स्रोत माने जाते हैं। जिंक की पर्याप्त मात्रा स्पर्म प्रोडक्शन और उनकी एक्टिविटी के लिए जरूरी होती है।
इन फूड्स के साथ-साथ हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना भी पुरुषों की फर्टिलिटी के लिए बेहद जरूरी है। रोजाना पर्याप्त नींद लेने से हार्मोन बैलेंस बना रहता है, जबकि नियमित एक्सरसाइज ब्लड सर्कुलेशन बेहतर कर स्पर्म हेल्थ को सपोर्ट करती है। इसके अलावा तनाव से दूरी रखना, योग या मेडिटेशन करना और स्मोकिंग व अल्कोहल से बचाव करना स्पर्म काउंट और क्वालिटी दोनों को सुधारने में अहम भूमिका निभाता है। सही खान-पान और स्वस्थ आदतों का यह कॉम्बिनेशन फर्टिलिटी को नेचुरल तरीके से बेहतर बना सकता है।