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Aromatherapy : इन 5 ऑयल्स से छूमंतर होगी डिजिटल थकान, अधिक फोन यूज करने वाले ट्राइ करके देखें

Aromatherapy for Digital Detox: कंप्यूटर या मोबाइल पर लंबे समय तक काम करने से आंखों में जलन होती है। लेकिन फोन बंद नहीं करना है या ऐप्स डिलीट नहीं करनी है तो आप अरोमाथैरेपी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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Dec 13, 2025
Aromatherapy for Digital Detox| Photo: AI Gemini

Aromatherapy for Digital Detox: डिजिटल डिटॉक्स का मतलब हमेशा फोन बंद कर देना या ऐप्स डिलीट करना नहीं होता है। कभी-कभी यह बस कुछ मिनट की खुशबू-भरी राहत और शांत पल भी होते हैं, जैसे कि लैवेंडर की गर्माहट, पिपरमिंट की ताजगी और चंदन की शांति के साथ। क्योंकि सुकून कोई लग्जरी नहीं, बल्कि सबकी जरुरत है। इसलिए आप प्रकृति की महक से जुड़ें और खुद को वक्त-वक्त पर याद दिलाते रहें कि आराम करना भी उतना ही जरूरी है, जितना काम करना है। इस लेख में पढ़ें कि कैसे यह अरोमाथैरेपी आपके काम आ सकती है।

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Aromatherapy Kya Hai | क्या है अरोमाथैरेपी?

अरोमाथैरेपी (Aromatherapy) खुशबू से इलाज करने का प्राकृतिक तरीका है। इसमें पौधों से बने खुशबूदार तेल यानी कि एसेंशियल ऑयल्स (Essential Oils) का इस्तेमाल किया जाता है, जो हमारे दिमाग और मन पर सकारात्मक असर डालते हैं। ये एसेंशियल ऑयल्स तनाव को कम करते हैं, नींद को बेहतर और मूड को हल्का करते हैं। इस थैरेपी को करने के लिए आप अपनी पसंद से कोई भी एसेंशियल ऑयल ले सकते हैं, जैसे- लैवेंडर, पिपरमिंट, चंदन और नींबू, लोबान आदि।

भारत में अरोमाथैरेपी की जड़ें आयुर्वेद की गंध चिकित्सा (Ayurvedic aromatherapy) में भी मिलती हैं। प्राचीन ग्रंथों में खुशबूओं को मन के संतुलन और ध्यान केंद्रित करने के लिए उपयोग करने की बात कही गई है। इनसे मन से जुड़ी कई रोगों (Diseases) को दूर किया जा सकता है।

थकी और जलती आंखों को दें ठंडक

कंप्यूटर या मोबाइल पर लंबे समय तक काम करने से आंखों में जलन, भारीपन और सिरदर्द अब आम बात हो गई है। ऐसे में कुछ खुशबूओं का इस्तेमाल कर आराम पाया जा सकता है। ठंडे पानी में कैमोमाइल (Chamomile) या लैवेंडर ऑयल (Lavender oil) की एक-एक बूंद मिलाकर, इसमें रुई की पट्टी भिगोकर बंद आंखों पर 5-10 मिनट रखें। पट्टी हटाने के बाद आपको आंखों में हल्कापन महसूस होगा। कैमोमाइल आंखों की सूजन और सूखेपन को कम करता है, वहीं लैवेंडर की खुशबू तनाव (Tension) कम करती है और दिमाग को शांत करती है।

डिजिटल दुनिया से आराम

लगातार स्क्रीन पर काम करने के बाद दिमाग को भारीपन महसूस होता है, वह पिपरमिंट ऑयल से दूर किया जा सकता है। पिपरमिंट एसेंशियल ऑयल की खुशबू आप सीधे सूंघ सकते हैं या फिर कमरे में इसे अरोमा लैंप (Aroma lamp) और डिफ्यूजर (Diffuser) की मदद से फैला सकते हैं। पब मेड सेंट्रल (PubMed Central) का शोध बताता है कि पिपरमिंट ऑयल से मानसिक थकान को कम किया जा सकता है और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ाई जा सकती है।

ताजगी और फोकस पर काम करें

दिमाग सुस्त और थका हुआ है, तो नीलगिरी और रोजमेरी के एसेंशियल ऑयल इसे कम करने और प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने में मददगार हैं। नीलगिरी और रोजमेरी के तेल को अरोमा लैंप या डिफ्यूजर में डालकर कमरे में फैला दें। कुछ बूंदें कैरियर ऑयल में मिलाकर कलाई पर लगा लें।

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