Mindful Breathing: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और चिंता आम बात हो गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ कुछ मिनटों के अभ्यास से आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं?
Mindful Breathing: सांसें लें और तनाव छोड़ें माइंडफुल ब्रीदिंग आज की तेज रफ्तार जिंदगी में मानसिक शांति पाने का सबसे आसान तरीका माना जाता है। काम का दबाव, नींद की कमी और लगातार बढ़ती चिंता हमारे दिमाग पर भारी पड़ती है, लेकिन कुछ मिनटों की सजग सांसें मन को तुरंत हल्का कर सकती हैं। आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के अनुसार, माइंडफुल ब्रीदिंग एक सरल और मुफ्त तकनीक है जो मानसिक शांति और एनर्जी के साथ तन-मन में महत्वपूर्ण फर्क ला सकती है।
कई शोधों में यह पाया गया है कि माइंडफुलनेस मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद प्रभावी तकनीक है। वाशिंगटन विश्वविद्यालय के माइंडफुलनेस साइंस एंड प्रैक्टिस रिसर्च क्लस्टर की एक पोस्ट में भी बताया गया है कि माइंडफुलनेस का मुख्य सिद्धांत है बिना किसी जजमेंट या पूर्वाग्रह के सिर्फ वर्तमान क्षण पर ध्यान देना। यह तरीका चिंता को कम करने, मन को शांत करने और फोकस बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
माइंडफुल ब्रीदिंग एक ऐसी तकनीक है जो वर्तमान समय में पूरी तरह जागरूक होकर गहरी सांस लेने पर केंद्रित होती है। इसमें सांस की हर गति को महसूस करना होता है। यह माइंडफुलनेस मेडिटेशन का सबसे आसान रूप है, जिसमें सिर्फ सांस पर ही फोकस होता है।
माइंडफुल ब्रीदिंग करने के लिए आपको किसी विशेष उपकरण या स्थान की आवश्यकता नहीं है। बस अपने आप को एक शांत और आरामदायक स्थान पर बैठें, अपनी आंखें बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। जब आपका मन भटके, तो उसे धीरे से अपनी सांस पर वापस लाएं।