Brown Egg vs White Egg : जानिए भूरे और सफेद अंडे में क्या फर्क है। पोषण, स्वाद और कीमत के सच को समझिए और सही अंडा चुनना सीखिए।
Brown Egg vs White Egg : हम सब जानते हैं कि अंडा कितना पौष्टिक होता है। एक बड़ा अंडा प्रोटीन का खजाना है, जिसमें दिमाग के लिए जरूरी कोलिन से लेकर आंखों के लिए ल्यूटिन तक सब कुछ है। पर जब हम बाजार में अंडे लेने जाते हैं, तो एक सवाल हमेशा आता है: भूरा अंडा बेहतर है या सफेद?
यह गाइड आपको अंडे के छिलके के रंग से जुड़े सभी भ्रम दूर करने में मदद करेगी।
अंडे के छिलके का रंग पोषण से नहीं बल्कि मुर्गी की नस्ल (Genetics) से तय होता है।
सफेद अंडे: ये अक्सर उन मुर्गियों से आते हैं जिनके पंख और कान के लोब हल्के रंग के होते हैं (जैसे लेगहॉर्न मुर्गियां)।
भूरे अंडे: ये लाल या भूरे पंखों वाली मुर्गियों से आते हैं। भूरा रंग एक पिगमेंट (प्रोटोपोर्फिरिन) के कारण आता है जो अंडे बनने के आखिरी चरण में छिलके पर जमा होता है।
याद रखें: भूरे अंडे का खोल भले ही बाहर से रंगीन हो, लेकिन अंदर से उसकी झिल्ली सफेद ही होती है। इसलिए सिर्फ़ रंग देखकर यह सोचना कि भूरा अंडा ज्यादा देसी या ज्यादा पौष्टिक है, केवल एक मार्केटिंग चाल हो सकती है।
अगर आप समान आकार के भूरे और सफेद अंडे को लें और उनके पोषक तत्वों की तुलना करें, तो आपको पता चलेगा कि वे लगभग एक जैसे हैं। प्रोटीन, वसा, विटामिन A, D, और B12 की मात्रा दोनों में समान होती है।
स्वाद की बात करें तो वैज्ञानिक रूप से दोनों में कोई खास फर्क साबित नहीं हुआ है। जो लोग भूरे अंडे को ज्यादा स्वादिष्ट मानते हैं, उसका कारण छिलके का रंग नहीं होता, बल्कि ये कारक हो सकते हैं:
मुर्गी का आहार: अगर मुर्गी को ओमेगा-3 वाला भोजन या अलसी खिलाई गई है, तो अंडे में पोषक तत्व बढ़ सकते हैं रंग चाहे कुछ भी हो।
ताजगी: अंडा जितना ताजा होगा, उसका स्वाद और एल्ब्यूमिन (सफेद भाग) उतना ही बेहतर होगा। छिलके का रंग ताजगी पर कोई असर नहीं डालता।
पालन विधि: खुले में घूमने वाली (Free-Range) मुर्गियों के अंडों में धूप के कारण अक्सर विटामिन D अधिक होता है।
अंडे चुनते समय, छिलके के रंग को भूल जाइए और इन तीन चीजों पर ध्यान दीजिए:
भूरा अंडा अक्सर महंगा होता है, क्योंकि उसे देने वाली मुर्गियां थोड़ी बड़ी होती हैं और उन्हें ज्यादा खाना खिलाना पड़ता है। लेकिन सेहत के लिहाज से सफेद अंडा भी भूरे अंडे जितना ही फायदेमंद है। अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से सही लेबल देखकर चुनाव करें।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।