Neem Tulsi Face Pack Benefits: अगर आपकी भी स्किन पिंपल्स, ब्लैकहेड्स और दाग-धब्बों जैसी समस्याओं से परेशान हो गई है, तो घर में बने कुछ घरेलू नुस्खे अपनाना फायदेमंद हो सकता है, जैसे तुलसी और नीम से बना फेस पैक, जिससे आपकी स्किन बेहतरीन हो सकती है।
Neem Tulsi Face Pack Benefits For Skin: चेहरे की चमक खोना आजकल आम बात हो गई है। धूल, धूप, प्रदूषण और तनाव से स्किन पर दाग-धब्बे, पिंपल्स और रुखापन आ जाता है। बाजार में मिलने वाले केमिकल वाले प्रोडक्ट्स से तुरंत असर तो दिखता है, लेकिन लंबे समय में स्किन डैमेज भी होती है। ऐसे में अगर आप नेचुरल तरीके से चेहरा निखारना चाहते हैं तो नीम और तुलसी से बना फेस पैक आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। आयुर्वेद में नीम और तुलसी दोनों को औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है। ये न सिर्फ स्किन की गहराई से सफाई करते हैं, बल्कि पिंपल्स, ब्लैकहेड्स और दाग-धब्बों को भी दूर करने में मदद करते हैं। इसके फायदे और बनने का आसान तरीका यहां जानिए।
नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो पिंपल्स और एक्ने के बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। वहीं तुलसी स्किन को शांत करती है और जलन कम करती है। इस पैक को लगाने से स्किन पर पिंपल्स की समस्या धीरे-धीरे कम होने लगती है।
अगर चेहरे पर पुराने दाग या एक्ने स्पॉट्स रह गए हैं तो नीम-तुलसी का फेस पैक उनके निशान हल्के करने में मदद करता है। नियमित इस्तेमाल से स्किन टोन समान होती है और चेहरा साफ-सुथरा दिखने लगता है।
यह फेस पैक स्किन की गहराई से सफाई करता है, जिससे पोर्स में जमी गंदगी और ऑयल निकल जाते हैं। इससे ब्लैकहेड्स, व्हाइटहेड्स और डेड स्किन हटती है और स्किन फ्रेश दिखती है।
जिनकी स्किन बहुत ज्यादा ऑयली रहती है उनके लिए यह पैक रामबाण है। नीम और तुलसी का मिश्रण एक्स्ट्रा ऑयल को कंट्रोल करता है और चेहरे पर फ्रेशनेस लाता है।
नीम और तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से स्किन को बचाते हैं। इससे झुर्रियां और फाइन लाइंस की समस्या धीरे-धीरे कम होती है और चेहरा जवां नजर आता है।
10-12 नीम की पत्तियां
10-12 तुलसी की पत्तियां
1-2 चम्मच गुलाबजल या सादा पानी
इन सभी पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें। इसमें गुलाबजल मिलाकर चेहरे पर 15-20 मिनट तक लगाएं। सूखने के बाद सादे पानी से धो लें। हफ्ते में 2-3 बार लगाने से बेदाग निखार और साफ चमकती त्वचा मिलती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।