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Pollution Effect Heart: दिल के लिए प्रदूषण बना ‘साइलेंट किलर’, हर साल लाखों मौत, बचाव के लिए बदलें ये आदतें

Pollution Effect Heart: अक्सर हम मानते हैं कि वायु प्रदूषण केवल फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है, लेकिन सच यह है कि यह हमारे दिल की सेहत को भी बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। एक हालिया रिसर्च में पाया गया है कि हवा में मौजूद सूक्ष्म कण हमारे शरीर में प्रवेश करके गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।

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Oct 04, 2025
Air pollution heart disease risk|फोटो सोर्स – Patrika.com

Pollution Effect Heart: सर्दियों के आते ही देश के बड़े शहरों में वायु प्रदूषण का असर तेजी से बढ़ने लगता है, खासकर दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चादर में लिपटा नजर आता है। इसके कारण लाखों लोगों को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जैसे सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश और आंखों में जलन।

अक्सर हम मानते हैं कि वायु प्रदूषण केवल फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है, लेकिन सच यह है कि यह हमारे दिल की सेहत को भी बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। एक हालिया रिसर्च में पाया गया है कि हवा में मौजूद सूक्ष्म कण हमारे शरीर में प्रवेश करके गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।आइए जानते हैं ऐसे प्रदूषण से बचाव और खुद को सुरक्षित रखने के कुछ आसान और असरदार उपाय।

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दिल को कैसे नुकसान पहुंचाता है प्रदूषण?

दिल को कैसे नुकसान पहुंचाता है प्रदूषण?
New England Journal of Medicine के अनुसार, वायु प्रदूषण में मौजूद बारीक कण (PM₂.₅, PM₁₀) और हानिकारक गैसें (जैसे CO, NO₂, ओजोन) शरीर में जाकर ब्लड फ्लो को प्रभावित करती हैं। ये सूजन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सेल डैमेज का कारण बनते हैं। इससे ब्लड प्रेशर, धमनियों में ब्लॉकेज और खून के थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है, जो हार्ट अटैक या स्ट्रोक को ट्रिगर कर सकता है।

कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा?

New England Journal of Medicine और American Heart Association (AHA) की रिपोर्ट्स बताती हैं कि वायु प्रदूषण से दिल को कई तरह की बीमारियों का खतरा होता है।The Lancet Commission (2022) की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में दुनियाभर में वायु प्रदूषण से 90 लाख मौतें हुईं, जिनमें से लगभग 62% मौतें दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण थीं।

  • कोरोनरी आर्टरी डिजीज
  • हार्ट अटैक
  • स्ट्रोक
  • दिल की धड़कन का अनियमित होना (Arrhythmia)
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • हार्ट फेल्योर

भारत में स्थिति कितनी गंभीर है?


भारत उन देशों में शामिल है जहां वायु प्रदूषण सबसे तेजी से लोगों की सेहत पर असर डाल रहा है। WHO के अनुसार, देश के कई शहरों में AQI (Air Quality Index) लगातार 'खराब' या 'बेहद खराब' श्रेणी में रहता है। महानगरों में रहने वाले लोग प्रदूषण की वजह से तेजी से कार्डियक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में हृदय रोगों की बढ़ती दर के पीछे एक बड़ा कारण वायु प्रदूषण भी है।

दिल को बचाने के लिए अपनाएं ये आदतें

  • N95 या उससे बेहतर क्वालिटी के मास्क का इस्तेमाल करें।
  • घर में एयर प्यूरीफायर लगाएं अगर आप प्रदूषित इलाके में रहते हैं।
  • हेल्दी डाइट अपनाएं जिसमे फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स और ओमेगा-3 शामिल हो , जैसे लीना (फ्लैक्ससीड), ब्राउन राइस, हरी सब्जियां, ब्लूबेरी, आंवला, ग्रीन टी और अखरोट
  • नियमित योग और प्राणायाम करें जैसे अनुलोम-विलोम और भस्त्रिका प्राणायाम फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाते हैं और हृदय को मजबूत करते हैं।
  • एक्सरसाइज का सही समय चुनें- प्रदूषण ज्यादा होने पर सुबह की बजाय शाम को हल्की वॉक करें।
  • स्मोकिंग से दूरी बनाएं- धूम्रपान न सिर्फ आपके फेफड़ों, बल्कि दिल पर भी सीधा असर डालता है।

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