CM Yogi: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ में मंत्रिमंडल की बैठक ली। इसमें उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों की समीक्षा की। साथ ही सभी मंत्रियों को जनता के बीच रहने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के लिए है। वीआईपी कल्चर स्वीकार नहीं है।
CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार लोकसभा चुनाव में निराशाजनक नतीजों की समीक्षा कर रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने सभी मंत्रियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सभी मंत्री अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच जाएं। सरकार जनता के लिए होती है, वीआईपी कल्चर के लिए नहीं। उन्होंने मंत्रियों को जनता की समस्याएं सुनने और उन्हें सुलझाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मंत्री लोग जनता के बीच जाएं। जनता के साथ संवाद, समन्वय और संवेदनशीलता की नीति अपनाएं।
मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को आयोजित बैठक में मंत्रियों से कहा कि वे जनता के बीच जाकर केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का प्रचार करें। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी प्रचार-प्रसार शुरू किया जाए। जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन को और प्रभावी बनाने पर जोर दें। मंत्रिपरिषद की बैठकों के लिए ई- कैबिनेट व्यवस्था और सभी विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली प्रभावी ढंग से लागू करें। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन की बनाने का लक्ष्य हर विभाग का है। कार्ययोजना के अनुरूप मंत्रीगण समीक्षा करें। शीघ्र ही पुनः क्षेत्रीय दौरों पर जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रीगण बजट आवंटन और खर्च की समीक्षा करें और परियोजनाओं की समयबद्धता और गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें। उन्होंने पौधारोपण, स्कूल चलो अभियान और संचारी रोग नियंत्रण के प्रयासों को सफल बनाने के भी निर्देश दिए। बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक शामिल नहीं हुए। बताया गया कि दोनों डिप्टी सीएम का इस समय दिल्ली प्रवास चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक शनिवार को उत्तराखंड के ऋषिकेश के दौरे पर हैं। जबकि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली में हैं।
लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद पहली बार यूपी में मंत्रिमंडल की बैठक हो रही थी। भाजपा नेतृत्व यूपी में आए चुनाव परिणाम से खुश नहीं है। ऐसे में सरकार व संगठन के स्तर पर समीक्षाओं का दौर शुरू हो चुका है। इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्र में नई सरकार के शपथ लेते ही यूपी में भी मंत्रिमंडल और पार्टी में बदलाव शुरू हो जाएंगे।
लोकसभा चुनाव में भाजपा यूपी में अपने दम पर 33 सीटें ही प्राप्त कर सकी जबकि चुनाव से पहले प्रदेश की सभी 80 सीटों पर जीत के दावे किए जा रहे थे। हालांकि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यूपी में सपा-बसपा के विपक्षी गठबंधन के बावजूद 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके अलावा साल 2014 में उत्तर प्रदेश की 71 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी।